उपमुख्यमंत्री से मिल विद्यालय खोलने की उठाई मांग, शिक्षकों को राहत देने की कही बात
विभिन्न एमएलसी के साथ भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के मिले पदाधिकारी। महाविद्यालयों के तदर्थ शिक्षकों को विनयमित करने प्रदेशभर में परीक्षा मूल्यांकन का बकाया भुगतान कराए जाने व्यावसायिक शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने उनकी विसंगतियां दूर करने और हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट में लंबित मान्यताएं जारी करने की मांग की है।
आगरा, जागरण संवाददाता। भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने शिक्षकों, शिक्षण संस्थानों की मुश्किलों को लेकर उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा से मुलाकात की। इस दौरान विभिन्न एमएलसी और प्रकोष्ठ पदाधिकारियों ने उपमुख्यमंत्री से कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण लंबे समय से विद्यालय बंद है उन्हें खोला जाए। साथ ही वित्त विहीन शिक्षकों पर कोरोना संक्रमण काल में आए संकट में राहत देने की मांग उठाई है।
शिक्षक प्रकोष्ठ के सहसंयोजक डा. यादवेंद्र सिंह ने बताया कि उपमुख्यमंत्री को विद्यालयों और शिक्षकों की स्थिति से अवगत कराया गया। वर्ष 2000 तक छूटे हुए तदर्थ शिक्षकों को विनयमित कराए जाने और उसके बाद नियुक्त तदर्थ शिक्षकों को शिक्षा मित्र की तरह 62 वर्ष तक सेवा में रखे जाने की मांग की है। साथ ही वित्तविहीन मान्यता वाले विद्यालयों के प्रधानाचार्य, शिक्षकों के अनुभव को मान्य करते हुए माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग की भर्तियों में सम्मिलित किया जाए। महाविद्यालयों के तदर्थ शिक्षकों को विनयमित करने, प्रदेशभर में परीक्षा मूल्यांकन का बकाया भुगतान कराए जाने, व्यावसायिक शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने, उनकी विसंगतियां दूर करने और हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट में लंबित मान्यताएं जारी करने की मांग की है। सहसंयोजक ने बताया कि उपमुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया है कि सभी मांगों पर विचार किया जाएगा। इस दौरान शिक्षक प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक एवं एमएलसी श्रीचंद शर्मा, एमएलसी मानवेंद्र प्रताप सिंह, अरुण पाठक, हरि सिंह ढिल्लो, सहसंयोजक अनिल श्रीवास्वत, हरिशंकर गंगवार आदि मौजूद थे।