नहीं बर्बाद होगा गंगाजल, हाईपावर कमेटी ने शुरू की जांच

आठ सदस्यीय हाई पॉवर कमेटी पहुंची पंपिंग स्टेशनों का किया निरीक्षण बुलंदशहर से मिल रहा 375 एमएलडी गंगाजल आपूर्ति केवल 75 की

By Edited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 08:00 AM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2019 08:00 AM (IST)
नहीं बर्बाद होगा गंगाजल, हाईपावर कमेटी ने शुरू की जांच
नहीं बर्बाद होगा गंगाजल, हाईपावर कमेटी ने शुरू की जांच

आगरा, जागरण संवाददाता। जल संस्थान की लापरवाही से गंगाजल बर्बाद नहीं होगा। सिकंदरा वाटर व‌र्क्स से पूरी क्षमता से आपूर्ति की जाएगी। मंगलवार को यहां पहुंची आठ सदस्यीय हाई पॉवर कमेटी ने पंपिंग स्टेशनों का जायजा लिया। कमेटी ने सिकंदरा वाटर व‌र्क्स से पूरी क्षमता से पेयजल आपूर्ति करने को कहा, जिससे गंगाजल बर्बाद न हो। सिकंदरा और एमबीबीआर प्लाट से हर दिन 288 एमएलडी पानी की आपूर्ति हो सकती है। वर्तमान में आधे शहर को महज 144 एमएलडी पानी मिल पा रहा है। ताजनगरी की प्यास बुझाने को बुलंदशहर के पालड़ा फाल से आगरा तक 130 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाई गई। पहले चरण में सिकंदरा वाटर व‌र्क्स से पाइप लाइन जोड़ी गई और दूसरे चरण में उसे जीवनी मंडी वाटर व‌र्क्स से जोड़ने का काम किया जा रहा है। बुलंदशहर से प्रतिदिन 375 एमएलडी गंगाजल आता है। सिकंदरा वाटर व‌र्क्स की क्षमता 144 एमएलडी की है। इसके बावजूद केवल 75 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति ही की जा रही है। वहीं, एमबीबीआर प्लांट की क्षमता भी 144 एमएलडी होने के बावजूद 75 एमएलडी जलापूर्ति ही की जा रही है। 300 एमएलडी गंगाजल यमुना में बह रहा है। दैनिक जागरण ने 15 मार्च के संस्करण में इस मुद्दे को उठाते हुए 'ये क्या सरकार, 300 एमएलडी गंगाजल हर दिन हो रहा बर्बाद' खबर प्रकाशित की थी। इस पर प्रमुख सचिव, नगर विकास मनोज कुमार सिंह ने जांच को आठ सदस्यीय हाई पॉवर कमेटी बनाई थी। टीम मंगलवार को आगरा पहुंच गई। उसने सिकंदरा वाटर व‌र्क्स और एमबीबीआर प्लांट का दौरा किया। पुराने शहर में 21 जोनल पंपिंग स्टेशन हैं। टीम पंपिंग स्टेशन पर भी जा रही है। टीम ने प्लांट की क्षमता के अनुसार गंगाजल व एमबीबीआर प्लांट से जलापूर्ति करने को कहा है, जिससे कि शहरवासियों को पानी के लिए परेशानी नहीं उठानी पड़े। इससे गंगाजल की बर्बादी भी कम होगी।

मुख्‍य बातें 

- शहर में 650 किमी लंबी पानी की पाइप लाइन है।

- 1.81 लाख भवन हैं जिनमें 1.29 लाख भवनों में पानी का कनेक्शन है।

- आगरा शहर को हर दिन चार सौ एमएलडी पानी की जरूरत है।

- आगरा नगर निगम में 100 वार्ड की 15 लाख की जनसंख्या है।

- 100 में 18 वार्डो में पानी की पाइप लाइन बिछी है।

- 55 वार्ड ऐसे हैं, जहां आंशिक जलापूर्ति होती है। 27 वार्ड ऐसे हैं, जहां पाइप लाइन नहीं है।

- एमबीबीआर वाटर व‌र्क्स की क्षमता 144 एमएलडी है। इससे यमुना जल की आपूर्ति होती है। वर्तमान में यह आपूर्ति 74 एमएलडी है।

- सिकंदरा वाटर व‌र्क्स की क्षमता 144 एमएलडी है। इससे गंगाजल की आपूर्ति होती है। वर्तमान में यह आपूर्ति 75 एमएलडी है

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