Good News: अब एक घंटे में CoronaVirus की जांच, SN में कोविड इमरजेंसी
Good News जिला अस्पताल में ट्रू नेट से गंभीर मरीजों की एक घंटे में हो जाएगी कोरोना की जांच। एसएन में 20 बेड की इमरजेंसी वीआइपी एंबुलेंस से मरीज किए जाएंगे शिफ्ट।
आगरा, जागरण संवाददाता। जिला अस्पताल में गंभीर मरीजों की एक घंटे में ट्रू नेट मशीन से कोरोना की जांंच हो जाएगी। अस्पताल में मशीन आ गई है, टेक्नीशियन को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वहीं, एसएन में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए 20 बेड की कोविड इमरजेंसी तैयार की जा रही है। इमरजेंसी से आइसोलेशन वार्ड में मरीजों को वीआइपी एंबुलेंस से शिफ्ट किया जाएगा।
जिला अस्पताल में गंभीर मरीज भर्ती हो रहे हैं, ऐसे में कुछ मरीजों को तुरंत आपरेशन की जरूरत है। इन मरीजों की कोरोना की जांच के लिए ट्रू नेट मशीन दी गई है। जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ सतीश वर्मा ने बताया कि ट्रू नेट मशीन से एक घंटे में रिपोर्ट आ जाएगी, इमरजेंसी केस में इससे जांच की जाएगी। रिपोर्ट निगेटिव आने पर मरीज का इलाज शुरू कर दिया जाएगा। कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर एसएन मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर से जांच कराई जाएगी।
उधर, एसएन इमरजेंसी में गंभीर हालत में मरीज भर्ती हो रहे हैं। इनमें कोरोना की पुष्टि होने के बाद आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट करने में समस्या आ रही है। ऐसे में एसएन की वीआइपी एंबुलेंस को कोरोना संक्रमित मरीजों को शिफ्ट करने में इस्तेमाल किया जाएगा। प्राचार्य डॉ संजय काला ने बताया कि एंबुलेंस में वेंटीलेटर सहित अन्य उपकरण हैं, इससे गंभीर मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट करने में समस्या नहीं आएगी। वहीं, पुराने स्त्री रोग विभाग की बिल्डिंग में 20 बेड की कोविड इमरजेंसी बनाई जा रही है। जिससे कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को कोविड इमरजेंसी में भर्ती किया जा सके।
कोरोना संक्रमित दो सिजेरियन डिलीवरी
एसएन मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित शुक्रवार को दो गर्भवती महिलाओं की सिजेरियन डिलीवरी कराई गई। एक ने बेटा और एक ने बेटी को जन्म दिया। प्रसूता के साथ ही नवजात ठीक हैं। यहां अभी तक कोरोना संक्रमित 27 गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी हो चुकी हैं।
एसएन के डॉक्टरों की टीम ने गर्भवती महिला की डिलीवरी कराई, उन्होंने बेटे को जन्म दिया। बेटा 2.5 किलोग्राम का है, डिलीवरी के बाद नवजात को स्वजनों को सौंप दिया गया, जिससे संक्रमण का खतरा ना रहे। इसके बाद एक और सिजेरियन डिलीवरी कराई गई। बेटी को जन्म दिया, इसका वजन तीन किलोग्राम है, इसे भी स्वजनों को सौंप दिया गया। स्त्री रोग विभाग के डॉ उर्वशी के नेत्रत्व में जूनियर डॉक्टर प्रियंका, डॉ पर्ल, एनेस्थीसिया के डॉ अपूर्व, डॉ अर्मिता, जूनियर डॉक्टर अजीत, डॉ अमित, बाल रोग विभाग के डॉ मुश्ताक अली टीम में शामिल रहे।