पर्यटन नहीं, संस्कृति विभाग लगवाएगा आगरा में महाराजा सूरजमल की प्रतिमा

मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना में राज्यमंत्री उदयभान सिंह ने दिया था प्रस्ताव। फतेहपुर सीकरी में उद्यान विभाग की जमीन पर प्रतिमा लगाने के साथ बनेगा स्मारक। उप्र प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड ने तेरह मोरी बांध के पास उद्यान विभाग की 750 वर्ग मीटर जमीन में स्मारक बनवाने का प्रस्ताव बनाया था।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 08:48 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 08:48 AM (IST)
पर्यटन नहीं, संस्कृति विभाग लगवाएगा आगरा में महाराजा सूरजमल की प्रतिमा
फतेहपुरसीकरी में महाराजा सूरजमल का स्‍मारक बनाए जाने की तैयारी है।

आगरा, जागरण संवाददाता। फतेहपुर सीकरी में तेरह मोरी बांध के पास उद्यान विभाग की जमीन पर महाराजा सूरजमल की प्रतिमा लगाने की राह में आ रही अड़चन दूर हो गई है। यहां पर्यटन विभाग की बजाय संस्कृति विभाग प्रतिमा लगवाएगा। एमएसएमई राज्य मंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना में महाराजा सूरजमल की प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव दिया था।

मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 50 लाख रुपये से पर्यटन विकास से जुड़े कार्य कराए जाने को पिछले वर्ष सभी विधायकों से सुझाव मांगे गए थे। आगरा के नौ में से आठ विधानसभा क्षेत्रों में मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के तहत विकास कार्यों का शिलान्यास 20 मार्च को हो गया था, लेकिन फतेहपुर सीकरी में काम की शुरुआत नहीं हो सकी थी। पर्यटन विभाग ने राज्य मंत्री चौधरी उदयभान सिंह के प्रस्ताव पर उप्र प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड से तेरह मोरी बांध के नजदीक उद्यान विभाग की 750 वर्ग मीटर जमीन में महाराजा सूरजमल का स्मारक बनवाने का प्रस्ताव तैयार कराया था। इसमें 12 फुट ऊंची प्रतिमा लगाई जानी है। पर्यटन विभाग प्रतिमाएं नहीं लगाता है, जिससे यह प्रस्ताव अटक गया था। इस पर अब शासन के स्तर पर फैसला लिया गया है। पर्यटन और संस्कृति दोनों विभागों के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम हैं। उन्होंने प्रमुख सचिव पर्यटन के रूप में प्रमुख सचिव संस्कृति को फतेहपुर सीकरी में महाराजा सूरजमल की प्रतिमा लगवाने को पत्र लिखा है। इससे प्रतिमा लगने की राह का बड़ी अड़चन दूर हो गई है।

उपनिदेशक पर्यटन अमित ने बताया कि फतेहपुर सीकरी में महाराजा सूरजमल की प्रतिमा लगाने के लिए प्रमुख सचिव पर्यटन ने प्रमुख सचिव संस्कृति को पत्र लिखा है। अब संस्कृति विभाग यह काम कराएगा।

chat bot
आपका साथी