Water Crisis in Agra: शहर के कई क्षेत्रों में नहीं हुई जलापूर्ति, परेशान हुए लोग
Water Crisis in Agra मटमैले पानी से लोगों को मिली राहत। बुलंदशहर से आगरा को हर दिन 350 एमएलडी गंगाजल मिलता है। जीवनी मंडी वाटर वर्क्स से 25 एमएलडी यमुना जल की आपूर्ति होती है। तपोवन में ग्लेशियर टूटने के बाद गंदे पानी की आपूर्ति शुरू हो गई थी।
आगरा, जागरण संवाददाता। शहर में पिछले कई दिनों से मटमैला पानी की समस्या मंगलवार सुबह खत्म हो गई। जीवनी मंडी वाटर वर्क्स और गंगाजल प्लांट को पूरी क्षमता से चलाया गया। शहर के कई क्षेत्रों में जलापूर्ति ना होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जल संस्थान की टीम ने टैंकरों से पानी भेजा।
बुलंदशहर से आगरा को हर दिन 350 एमएलडी गंगाजल मिलता है। जीवनी मंडी वाटर वर्क्स से 25 एमएलडी यमुना जल की आपूर्ति होती है। तपोवन में ग्लेशियर टूटने के बाद गंदे पानी की आपूर्ति शुरू हो गई थी। जल संस्थान के महाप्रबंधक आर एस यादव ने बताया कि गंगाजल प्लांट और जीवनी मंडी वाटरवर्क्स को पूरी क्षमता से चलाया जा रहा है। मंगलवार सुबह कमला नगर सी ब्लॉक, जीवनी मंडी रोड, आवास विकास कॉलोनी 1, 12 और 14, शाहगंज रोड, गोबर चौकी, मंटोला रोड बालूगंज शामिल हैं।
कई क्षेत्रों में गंदे पानी की हुई आपूर्ति
मंगलवार को शहर के कई क्षेत्रों में गंदे पानी की आपूर्ति हुई। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा ।वहीं कई क्षेत्रों में पानी का प्रेशर कमजोर है। प्रमुख रूप से मानसिक स्वास्थ्य संस्थान रोड, सिकंदरा से बोदला रोड और बाग मुजफ्फर खान में शामिल हैं।
5 लाख से हो सकती है पानी के लाइन की मरम्मत
नगर निगम के 100 वार्ड को पांच - पांच लाख रुपये पानी की लाइन की मरम्मत के लिए आवंटित किया गया है।