Chamki at Taj: ताजमहल का रात्रि दर्शन आज से, बारिश ने बढ़ाई धड़कन, बन न जाए चमकी में खलनायक
रविवार को 127 ने बुक कराईं थीं टिकटें बुधवार को है शरद पूर्णिमा। ताजनगरी में हो रही है बारिश छाए हुए हैं बादल नहीं कर सकेंगे दीदार। एक स्लाट में अधिकतम 50 और एक दिन में अधिकतम 250 पर्यटक ही रात्रि कर्फ्यू की वजह से ताज रात्रि दर्शन कर सकेंगे।
आगरा, जागरण संवाददाता। शरद पूर्णिमा के अवसर पर होने वाले ताज रात्रि दर्शन की शुरुआत सोमवार से होने जा रही है। देर रात्रि से ताजनगरी में लगातार हो रही बारिश ने टिकट बुक कराने वाले पर्यटकों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। अगर बारिश होती रही या बादल छाए रहे तो वो चमकी का दीदार नहीं कर पाएंगे। सोमवार रात्रि को होने वाले ताज रात्रि दर्शन के लिए रविवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के माल रोड स्थित सर्किल आफिस से पर्यटकों ने 127 टिकटें बुक कराईं थीं। मंगलवार के लिए सोमवार को टिकटें बुक हो रही हैं।
ताजमहल पूर्णिमा के अवसर पर माह में पांच दिन (पूर्णिमा, पूर्णिमा से दो दिन पूर्व व दो दिन बाद तक) खुलता है। बुधवार को शरद पूर्णिमा है। इसके चलते सोमवार से ताज रात्रि दर्शन की शुरुआत हो रही है, जो गुरुवार तक चलेगी। शुक्रवार को ताजमहल बंद रहता है, इसलिए रात्रि दर्शन नहीं होगा। उप्र में रात्रि कर्फ्यू लागू होने की वजह से रात 8:30 से 11 बजे तक ही पर्यटकों को आधा-आधा घंटे के पांच स्लाट में स्मारक में प्रवेश दिया जाएगा। एक स्लाट में अधिकतम 50 और एक दिन में अधिकतम 250 पर्यटक ही रात्रि कर्फ्यू की वजह से ताज रात्रि दर्शन कर सकेंगे। नियमानुसार सोमवार के रात्रि दर्शन के लिए एएसआइ के आफिस से रविवार को पर्यटकों ने 127 टिकटें बुक कराईं थीं। रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि से ताजनगरी में बारिश और बूंदाबांदी हो रही है। मौसम अचानक बदल गया है और ठंड बढ़ गई है। मौसम इसी तरह बना रहा, बारिश होती रही या फिर बादल छाए रहे तो सैलानियों का चंद्रमा की रोशनी में ताजमहल में चमकी देखने का ख्वाब साकार नहीं हो सकेगा। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी बादल छाए रहने का अनुमान जताया है। इससे मंगलवार को भी ताज रात्रि दर्शन में खलल पड़ सकता है, जिससे पर्यटकों को निराशा हाथ लगेगी।
शरद पूर्णिमा के लिए मंगलवार को बुक होंगे टिकट
ताज रात्रि दर्शन के लिए नियमानुसार एक दिन पूर्व टिकट बुक कराना होता है। शरद पूर्णिमा के लिए मंगलवार को टिकट बुक कराने होंगे। शरद पूर्णिमा पर चमकी देखने को सैलानी वर्ष भर इंतजार करते हैं। पिछले वर्ष ताजमहल रात्रि दर्शन बंद होने से सैलानियों को इस मनोरम नजारे से महरूम रहना पड़ा था।