लोकसभा चुनाव में दिखाने के लिए दमखम रालोद ने अपनाई है अब ये रणनीति

जिला कार्यकारिणी का किया जाना है गठन। ब्लॉक स्तरीय बैठक करके किया जा रहा मंथन।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 02:20 PM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 02:20 PM (IST)
लोकसभा चुनाव में दिखाने के लिए दमखम रालोद ने अपनाई है अब ये रणनीति
लोकसभा चुनाव में दिखाने के लिए दमखम रालोद ने अपनाई है अब ये रणनीति

आगरा [जेएनएन]: राष्ट्रीय लोकदल में इन दिनों संगठनात्मक ढांचे को दुरुस्त करने की कसरत मथुरा से लेकर दिल्ली तक चल रही है। जिला कार्यकारिणी का गठन किया जाना है। जिला, शहर और महानगर के युवा संगठन के अध्यक्ष घोषित किए जाने हैं। इसके बाद प्रकोष्ठ गठन का प्रक्रिया शुरू होगी।

रालोद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी मथुरा में पार्टी की खोई ताकत को हासिल करने के लिए जातीय समीकरण फिट कर रहे हैं। मुख्य संगठनात्मक ढांचे के साथ- साथ युवा और विभिन्न प्रकोष्ठों का गठन करने को लेकर मंथन का दौर जारी है। मथुरा जिले के बलदेव, राया, सौंख और मांट में हुई ब्लॉक स्तरीय कार्यकर्ताओं की बैठक में सभी जाति के लोगों को शामिल करने के लिए माथापच्ची की गई। टिकट और संगठन में प्रमुख पदों पर काबिज होने के लिए दावेदारों की पार्टी में लंबी कतार है। जिलाध्यक्ष पद जाट के खाते में दे दिए जाने के बाद युवा जिलाध्यक्ष पद के लिए दूसरी जाति को दिया जाना तय है। ठाकुर और ब्राह्मण को साधने के लिए किसी एक को युवा संगठन की बागडोर थामी जा सकती है। महानगर युवा अध्यक्ष के लिए वैश्य समाज के मजबूत कार्यकर्ता की तलाश की जा रही है।

अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का गठन करके मुस्लिम वर्ग में पैठ बढ़ाने की कोशिश की है। निषाद, सैनी, वाल्मीकि और अनुसूचित वर्ग में भी घुसपैठ करने की कोशिश भी इन जातियों के कार्यकर्ताओं को पदाधिकारी बनाकर करने पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। डॉ. यशपाल ङ्क्षसह बघेल को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में स्थान देकर धनगर समाज पर पकड़ मजबूत करने का प्रयास किया गया है। 

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