विश्वविद्यालय और कालेजों में बनेंगे प्रकोष्ठ, नई शिक्षा नीति का कराएंगे अनुपालन

शासन ने भेजा पत्र विश्वविद्यालय ने बनाई टास्क फोर्स कमेटी दस तरह के होंगे प्रकोष्ठ वेबसाइट पर दी जाएगी जानकारी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 06:06 AM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 06:06 AM (IST)
विश्वविद्यालय और कालेजों में बनेंगे प्रकोष्ठ, नई शिक्षा नीति का कराएंगे अनुपालन
विश्वविद्यालय और कालेजों में बनेंगे प्रकोष्ठ, नई शिक्षा नीति का कराएंगे अनुपालन

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय और संबद्ध कालेजों में दस तरह के प्रकोष्ठ बनाए जाएंगे। यह प्रकोष्ठ नई शिक्षा नीति के अनुपालन के लिए अलग-अलग क्षेत्रों को संभालेंगे। नई शिक्षा नीति के अनुपालन पर नजर रखने के लिए शनिवार को विश्वविद्यालय में एक टास्क फोर्स कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी समय-समय पर कुलपति को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

शासन से विश्वविद्यालय को एक पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें विश्वविद्यालय के साथ ही सभी संबद्ध कालेजों में भी दस प्रकोष्ठों की स्थापना करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इन प्रकोष्ठों की स्थापना, संरचना एवं उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों को विश्वविद्यालय और कालेजों की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। विश्वविद्यालय द्वारा बनाए गई टास्क फोर्स कमेटी में प्रो. अजय तनेजा, प्रो. वीके सारस्वत, प्रो. मनोज श्रीवास्तव, डा. वीके सिंह डा संजय जैन हैं। अध्यक्ष कुलपति प्रो. अशोक मित्तल हैं। यह होंगे प्रकोष्ठ

- उद्योग अकादमिक एकीकरण एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ- कौशल विकास के लिए स्थानीय उद्योगों के साथ मिलकर पाठ्यक्रम तैयार करेगा।

- आनलाइन शिक्षा एवं आइएमएस प्रकोष्ठ- विभिन्न आनलाइन पाठ्यक्रमों से छात्रों को अवगत कराना व प्रेरित भी करेगा।

- शिक्षक प्रशिक्षण प्रकोष्ठ- शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना।

- अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ- विभिन्न प्रकार की शोध अनुदान योजनाओं की जानकारी छात्रों को देना।

- संस्थागत विकास योजना प्रकोष्ठ- संस्थान, शिक्षक व छात्र मूल्यांकन के लिए नीति तैयार करना।

- एक्टिविटी क्लब- सामुदायिक सेवा के लिए वार्षिक कैलेंडर तैयार करना।

- भारतीय भाषा, संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ- भारतीय भाषा विकास क्लब की स्थापना करना तथा इससे शिक्षकों व छात्रों को जोड़ना।

- अंतरराष्ट्रीय छात्र सहायता प्रकोष्ठ- सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय छात्रों को दी जा रही सुविधाओं से अवगत कराना।

- दिव्यांग सहायता एवं वंचित समूह- दिव्यांगों के लिए हेल्प डेस्क की स्थापना करना।

- मेंटरिग एवं मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रकोष्ठ- मनोवैज्ञानिक समस्याओं से जूझ रहे छात्रों को मदद उपलब्ध कराना।

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