बुखार आया न छींक, 14 फीसद में बन गई एंटीबाडीज

एसएन मेडिकल कालेज की ब्लड बैंक में सीरो सर्विलांस के तहत हो रही एंटीबाडीज की जांच

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 08:22 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 08:22 PM (IST)
बुखार आया न छींक, 14 फीसद में बन गई एंटीबाडीज
बुखार आया न छींक, 14 फीसद में बन गई एंटीबाडीज

आगरा, जागरण संवाददाता। बुखार आया न ही छींक आई, लेकिन 14 फीसद लोगों में कोरोना एंटीबाडीज बन गई। सामान्यत: ये एंटीबाडीज कोरोना संक्रमित होने के बाद बनती हैं। एसएन मेडिकल कालेज में चल रहे सीरो सर्विलांस में ये चौंकाने वाले परिणाम आए हैं।

संक्रमित होने के बाद कोरोना वायरस से लड़ने के लिए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता एंटीबाडीज का निर्माण करती है। ये एंटीबाडीज संक्रमण की शुरूआत होने पर 5 से 7 (आइजीएम) बनती हैं, 10 से 15 दिन बाद (आइजीजी) एंटीबाडीज बनती हैं। एसएन की ब्लड बैंक प्रभारी डा. नीतू चौहान ने बताया कि सीरो सर्विलांस के तहत एंटीबाडीज की जांच की जा रही है। जिसके तहत डाक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ सहित 100 लोगों के ब्लड सैंपल लेकर एंटीबाडीज की जांच की गई। इसमें 14 लोगों में एंटीबाडीज मिली हैं, इन्हें कोरोना के लक्षण तो दूर छींक, खांसी, बुखार जैसी समस्या भी नहीं थीं। इनका सीटी स्कैन भी कराया गया, इसमें भी कुछ बदलाव दिखाई दिए। ये वे लोग हैं जो संक्रमित हो गए और पता भी नहीं चला। कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद एंटीबाडीज बनी हैं। 10 की कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव, जांच में मिली एंटीबाडीज

एसएन मेडिकल कालेज में की गई जांच में 10 लोग ऐसे थे, जिनकी आरटीपीसीआर से कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आई, मगर एंटीबाडीज बनी हैं। कोविड हास्पिटल के डा. प्रभात अग्रवाल ने बताया कि संक्रमित होने के चार से पांच दिन बाद आरटीपीसीआर की जांच पाजिटिव आती है। वहीं, कोरोना संक्रमित होने के 12 से 14 दिन बाद जांच कराने पर रिपोर्ट निगेटिव हो सकती है। इन लोगों में कोरोना की जांच संक्रमित होने के तुरंत बाद और 14 दिन के बाद कराने से भी आरटीपीसीआर की रिपोर्ट निगेटिव आने की संभावना है।

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