Ambedkar University Agra: विश्वविद्यालय में एक समिति ने सजा सुनाई, दूसरी ने कम कर दी

Ambedkar University Agra एनडी कालेज दस नहीं पांच साल के लिए किया गया डिबार। विश्वविद्यालय के कुलगीत को मिला अनुमोदन। बुधवार को हुई कार्य परिषद की बैठक में विद्या परिषद और परीक्षा समिति की संस्तुतियों का अनुमोदन किया गया।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 08:48 AM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 08:48 AM (IST)
Ambedkar University Agra: विश्वविद्यालय में एक समिति ने सजा सुनाई, दूसरी ने कम कर दी
एनडी कालेज को दस साल के लिए डिबार करने की संस्तुति पर फैसला लिया गया।

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में अजब खेल है। जिस कालेज को दोषी मानते हुए परीक्षा समिति ने संबद्धता खत्म करने से लेकर दस साल के लिए डिबार करने की संस्तुति की, उसी कालेज के दोष को कार्य परिषद ने हल्के में लिया। एनडी कालेज की संबद्धता समाप्त करने की संस्तुति को कार्य परिषद ने खारिज करते हुए डिबार की अवधि को भी कम कर दिया है। बुधवार को हुई कार्य परिषद की बैठक में विद्या परिषद और परीक्षा समिति की संस्तुतियों का अनुमोदन किया गया।

कुलपति प्रो. अशोक मित्तल की अध्यक्षता में हुई बैठक में परीक्षा समिति द्वारा एनडी कालेज को दस साल के लिए डिबार करने की संस्तुति पर फैसला लिया गया है कि कालेज को पांच साल के लिए डिबार किया जाएगा। बैठक में विश्वविद्यालय के कुल गीत को अनुमोदन प्रदान किया गया। कुलगीत अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक शिक्षा केंद्र में वरिष्ठ संगीत शिक्षक के रूप में कार्यरत जानी फास्टर द्वारा लिखा गया है और इसकी धुन भी उन्होंने ने ही बनाई है। विश्वविद्यालय की प्रथम परिनियमावली के संशोधित संस्करण का विमोचन किया गया। प्रथम परिनियमावली में संशोधन लगभग 20 वर्ष बाद किया गया है। कंप्यूटर साइंस विभाग को इंस्टिट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी से अलग स्थापित करने के लिए कार्य परिषद ने सैद्धांतिक सहमति प्रदान की।इस कार्य के लिए कार्य परिषद ने कुलपति को अधिकृत किया।

सिविल लाइंस स्थित संस्कृति भवन का उदघाटन अब दीक्षांत समारोह के समय पर ही कराया जाएगा। दीक्षांत समारोह मार्च में प्रस्तावित है।ललित कला संस्थान में प्रो. विनीता सिंह के स्थान पर आगरा कालेज के फाइन आर्ट विभाग की अध्यक्ष डा इंदु जोशी को अवैतनिक निदेशक के पद पर नामित किए जाने संबंधी प्रकरण को कार्य परिषद द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया। गृह विज्ञान संस्थान की निदेशक प्रो. सुनंदा खन्ना के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति आवेदन को भी सैद्धांतिक रूप से स्वीकार किया गया और इस संबंध में नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।

यह रहे उपस्थित

कुलसचिव डा. अंजनी कुमार मिश्रा, परीक्षा नियंत्रक डा. राजीव कुमार, वित्त अधिकारी एके सिंह, प्रो. अजय तनेजा, प्रो. पीके सिंह, प्रो. मनोज श्रीवास्तव, प्रो. अनिल वर्मा, डा. हेम प्रकाश, डा. सुकेश यादव,डा. यशपाल सिंह। 

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