New Education Policy: कौशल शिक्षा सुधारने की संभावनाएं तलाशेगा NCEAR, पढ़ें MOU की खास बातें
New Education Policy सीबीएसई और एनसीईएआर के बीच हुआ एमओयू साइन। विद्यालयों में कौशल लागू करने को देगा उपयुक्त सलाह। पहले चरण में एनसीईएआर सीबीएसई से इनपुट लेकर विश्लेषण करेगा। सीखने के परिणामों कौशल की प्रासंगिकता काम और भविष्य के रास्ते पर उनके प्रभावों पर अध्ययन केंद्रित करेगा।
आगरा, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में कौशल शिक्षा पर जोर दिया गया है। इसे स्कूलों में लागू करने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीईएआर) से मदद लेगा। इसके लिए बोर्ड ने संस्था के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर डा. रामानंद चौहान ने बताया कि बोर्ड ने एनसीईएआर के साथ समझौता किया है, जिसमें वह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार विद्यालयों में कौशल लागू करने के लिए उपयुक्त सलाह प्रदान करने के लिए दो चरणों में शोध अध्ययन करेगा।
इसका होगा अध्ययन
उक्त शोध दो चरणों में होगा। पहले चरण में एनसीईएआर सीबीएसई से इनपुट लेकर विश्लेषण करेगा। मौजूदा शिक्षण और विद्यार्थियों के सीखने के पैटर्न की तुलना सीबीएसई स्कूलों में चल रहे वर्तमान कार्यक्रम के साथ अंतराल और मुद्दों की पहचान करने में करेगा। साथ ही सीखने के परिणामों, कौशल की प्रासंगिकता, काम और भविष्य के रास्ते पर उनके प्रभावों पर अध्ययन केंद्रित करेगा।
बाधाएं की जाएंगी दूर
वहीं दूसरे चरण के अध्ययन में इन बाधाओं को दूर करने के लिए आवश्यक कदमों की पहचान करने के साथ सुधारात्मक उपायों पर मंथन किया जाएगा। सीबीएसई स्कूलों में कौशल कार्यक्रम को अधिक प्रासंगिक व प्रभावशाली बनाने के लिए प्रथम चरण में पहचाने गए कारकों को मजबूती देने का काम किया जाएगा। इसमें पढ़ाए जा रहे पाठ्यक्रम, प्रभावी कार्यान्वयन के लिए विद्यालयों में उपलब्ध संसाधन और हाल के भविष्य में शुरू होने वाले नियमित निगरानी कार्यक्रम शामिल किए जाएंगे।