Swach Survekshan 2021: सफाई व्यवस्था सुधारने को ठोस कदम की दरकार, स्वच्छता सर्वेक्षण पर जानिए क्या बोले आगरा के लोग

Swach Survekshan 2021 लोगों का कहना है कि सिर्फ कागजी दावों से नहीं होगी सफाई। बच्चों को जागरूक कर बनाया जाएगा ब्रांड अंबेसडर। नगर निगम शहरभर में बिखरे कूड़े के ढ़ेर पर नियंत्रण नहीं कर पा रहा। खुले में कूड़ा फेंकने के साथ जगह-जगह थूककर आम लोग गंदगी फैलाते हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 03:39 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 03:39 PM (IST)
Swach Survekshan 2021: सफाई व्यवस्था सुधारने को ठोस कदम की दरकार, स्वच्छता सर्वेक्षण पर जानिए क्या बोले आगरा के लोग
आगरा के स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ने पर चर्चा करते अप्सा और नप्सा के पदाधिकारी।

आगरा, जागरण संवाददाता। स्वच्छता सर्वेक्षण में आगरा के पिछड़ने का कोई एक कारण नहीं। इसके लिए जितना जिम्मेदार नगर निगम और जिला प्रशासन है, उनते ही आम लोग भी जिम्मेदार हैं। नगर निगम शहरभर में बिखरे कूड़े के ढ़ेर पर नियंत्रण नहीं कर पा रहा, तो वहीं खुले में कूड़ा फेंकने के साथ जगह-जगह थूककर आम लोग गंदगी फैलाते हैं। साथ ही ठोस कदम उठाने की दरकार है।

लोगों का मानना है कि शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में तब तक सफलता नहीं मिलेगी, जब तक शहर की स्वच्छता को प्राथमिकता से नहीं लिया जाएगा। बिना इसके शहर की स्थिति में सुधर मुश्किल है।

सफाई को बनाएं प्राथमिकता

नेशनल एसोसिएशन प्रोग्रेसिव स्कूल आफ आगरा (नप्सा) अध्यक्ष संजय तोमर का कहना है कि स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर के लगातार पिछड़ने का कारण लोगों में सफाई के प्रति जागरूकता की कमी है। न ही लोग जागरूक हैं और न ही नगर निगम और जिला प्रशासन सफाई को प्राथमिकता से लेता है। जब तक सफाई व्यवस्था को लेकर उदासीनता बरती जाएगी, सुधार मुश्किल है। खुले में कूड़ा फेंकने वालों पर सख्ती हो और दंड का भी प्रविधान होना चाहिए।

बच्चों को सिखाना होगा

एसोसिएशन आफ प्रोग्रेसिव स्कूल्स आफ आगरा (अप्सा) अध्यक्ष डा. सुशील गुप्ता का कहना है कि कोविड-19 संक्रमण के कारण स्कूल बंद होने से बच्चों के सीखने की आदत सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। इससे उनकी जागरूकता में भी कमी आना स्वभाविक है।बिना पढ़े बच्चे स्वच्छता के प्रति कैसे जागरूक होंगे। इसलिए अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजें। शहर को स्वच्छ बनाने के लिए गंदगी को पूरी तरह खत्म करना होगा। सरकार की तरफ देखने की जगह लोगों को खुद जिम्मेदारी निभानी होगी। साथ ही अपने आसपास स्वच्छ रखनी होगी, तभी स्थिति में सुधार होगा।

दिखावे से ज्यादा ठोक कदम उठाना जरूरी

सीए प्रार्थना जालान का कहना है कि शहर को स्वच्छ करने के लिए सिर्फ दिखावे से काम नहीं चलेगा।कागजी दावों की जगह धरातल पर उतरकर काम करने की जरूरत है। सफाई व्यवस्था सुधारने के साथ लोगों को जागरूक भी किया जाए। बच्चों को सफाई का ब्रांड अंबेसडर बनाया जाए, तभी शहर स्वच्छता सर्वेक्षण में बढ़ पाएगा। 

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