आगरा में फार्मा कंपनी कर्मचारी की हत्या, फर्जी बिलों से हत्या के तार जुड़े होने की आशंका
जगदीशपुरा के मगटई में 27 फरवरी की रात को मिली थी लाश। 25 फरवरी को मगटई में मैकेनिक की दुकान पर बाइक खड़ी करने के बाद से था गायब। मृतक की पत्नी ने फार्मा कंपनी मालिक समेत चार को हत्यारोप में किया है नामजद।
आगरा, जागरण संवाददाता। जगदीशपुरा के मगटई गांव में सरसों के खेत में शनिवार की रात को हत्या करके फेंकी फार्मा कंपनी के कर्मचारी की लाश बरामद हुई थी। हत्याकांड में पुलिस कई सवालों के जवाब जानने का प्रयास कर रही है।इसमें सबसे अहम सवाल फार्मा कंपनी के मालिक द्वारा फर्जी बिलों पर जबरन हस्ताक्षर कराने का सामने आया है। पुलिस को मरने वाले की जेब में रखे पर्स से कुछ पर्ची मिली हैं। यह पर्ची फार्मा कंपनी के कर्मचारी किशोर कुमार की बताई गई हैं।इसमें लिखा है कि फार्मा कंपनी मालिक उससे जबरन फर्जी बिलों पर हस्ताक्षर करा रहे हैं।उसके साथ ही उसके बेटे को भी फंसाना चाहते हैं।पुलिस ने इस तथ्य को भी अपनी जांच में शामिल कर लिया है। वह यह जानने का प्रयास करेगी कि फार्मा कंपनी के कर्मचारी से किस तरह के बिलों पर जबरन हस्ताक्षर करने को मजबूर किया जा रहा था। जो उसकी मौत का सबब बन गया।
सदर के नगला परसौती निवासी किशोर कुमार (50 वर्ष) पुत्र माता प्रसाद का शव शनिवार की रात को जगदीशपुरा के मगटई में सरसों के खेत में मिला था। उसकी धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की गई थी। वह 25 फरवरी की सुबह से लापता था। अपनी बाइक मगटई में बाइक मैकेनिक की दुकान के सामने खड़ी करके गया था। उसके नहीं लौटने पर बाइक मैकेनिक ने ही पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस ने बाइक को अपने कब्जे में ले लिया था।
इंस्पेक्टर बीएन सिंह ने बताया कि मृतक के पर्स से मिली पर्ची कई बातें लिशी हुई हैं। उसमें फार्मा कंपनी के मालिक द्वारा फर्जी बिल बनवाने की भी बात लिखी है। मृतक की पत्नी सुनीता देवी ने फार्मा मालिक विनोद अग्रवाल के अलावा कर्मचारियों उस्मान, योगेश और धर्मेंद्र को नामजद किया है। पीडि़ता ने पति की हत्या साजिश के तहत करने का आरोप लगाया है। इन सभी को नामजद किया है।