कोचिंग से ही प्रॉपर्टी डीलर के पीछे लगे थे हमलावर, फुटेज सामने आए

केके नगर में भीड़भाड़ के चलते नहीं मारी गोली, दो बाइकों पर सवार थे, स्कूल के सामने फोन आने पर एक्टिवा धीमा होने से मिला मौका

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Dec 2018 07:00 AM (IST) Updated:Mon, 17 Dec 2018 07:00 AM (IST)
कोचिंग से ही प्रॉपर्टी डीलर के पीछे लगे थे हमलावर, फुटेज सामने आए
कोचिंग से ही प्रॉपर्टी डीलर के पीछे लगे थे हमलावर, फुटेज सामने आए

आगरा, जागरण संवाददाता। सिकंदरा के भावना एस्टेट में शनिवार को प्रॉपर्टी डीलर की हत्या करने वाले पूरी तैयारी से आए थे। प्रॉपर्टी डीलर दिनचर्या उन्हें पता थी, इसीलिए वह चार बजे से केके नगर में कोचिंग के आसपास घूम रहे थे। प्रॉपर्टी डीलर की वहीं पर हत्या करने की तैयारी थी, मगर भीड़भाड़ के चलते वारदात को अंजाम नहीं दे सके। स्कूल के सामने एक्टिवा धीमा करते ही उन्होंने बराबर में बाइक लाकर गोली मार दी।

सिकंदरा के ककरेठा निवासी 24 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर बबलू यादव पुत्र राजेंद्र सिंह यादव की शनिवार शाम को भावना एस्टेट में होली पब्लिक स्कूल के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हत्यारों के केके नगर से पीछे लगने की बात सामने आई है। हमलावर दो बाइकों पर बबलू यादव का पीछा कर रहे थे। वह केके नगर में चार वर्षीय भतीजे कोट्यूशन के लिए छोड़ने गया था। मासूम को छोड़ने के बाद हमलावरों ने पीछा शुरू करके एक्टिवा को ओवरटेक करने का प्रयास भी किया।

मगर, बबलू यादव द्वारा एक्टिवा को तेजी से दौड़ाने के चलते वह ओवरटेक नहीं कर सके। आशंका है कि बबलू यादव को अपना पीछा किए जाने का शक हो गया था। होली पब्लिक स्कूल के सामने उसके मोबाइल पर किसी का फोन आ गया। कॉल रिसीव करने के लिए बबलू ने एक्टिवा धीमा किया तभी हत्यारों को उसे घेरने का मौका मिल गया।

हेलमेट लगाए हमलावरों ने दो जगह की बातचीत

हेलमेट लगाए हमलावरों ने प्रॉपर्टी डीलर की हत्या से पहले दो जगहों पर आपस में बातचीत की थी। इसके सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को मिले हैं। माना जा रहा है कि हत्यारों ने दो टीम बनाई थीं। इससे कि एक टीम यदि किसी कारण नाकाम हो जाए तो दूसरी टीम को काम करना था।

बैग में थे तमंचे

हत्यारों ने अपनी पीठ पर पिट्ठू बैग लगा रखा था। आशंका है कि बैग में कई तमंचे रखे थे। जो भीड़ के घेराबंदी करने पर फाय¨रग के काम आते। हमलावरों को इससे दूसरा फायदा यह मिलता कि हेलमेट पहने होने से पुलिस उन्हें छात्र समझकर नहीं पकड़ती।

chat bot
आपका साथी