गृह मंत्री से शिकायत के बाद दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा

न्यू आगरा निवासी जूता फैक्ट्री के एकाउंटेंट का जुलाई में यमुना में मिला था शव स्वजन ने दोस्तों पर लगाया था हत्या का आरोप पुलिस मान रही थी हादसा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 09:11 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 09:11 PM (IST)
गृह मंत्री से शिकायत के बाद दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा
गृह मंत्री से शिकायत के बाद दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा

आगरा, जागरण संवाददाता । पांच माह पूर्व यमुना में मिले जूता फैक्ट्री के एकाउंटेंट के शव के मामले में गृह मंत्री से शिकायत के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज हो सका है। स्वजन एकाउंटेंट के दोस्तों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं। वहीं, पुलिस इसे हादसा मान रही थी। थाने और अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद भी सुनवाई न होने पर स्वजन ने मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और केंद्रीय विधि व न्याय राज्यमंत्री से शिकायत की थी।

न्यू आगरा के सरला बाग एक्सटेंशन निवासी शशांक मिश्रा हाईवे स्थित एक जूता फैक्ट्री में एकाउंटेंट थे। उनकी उम्र करीब 32 साल थी। भाई आलोक मिश्रा के अनुसार शशांक 25 जुलाई को घर से सब्जी खरीदने निकले थे। उनके साथ उनका दोस्त शुभम चौधरी था। कई घंटे बाद वह नहीं लौटे तो स्वजन ने फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन वह बंद था। शशांक का सुराग नहीं मिलने पर 28 जुलाई को न्यू आगरा थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। आलोक ने बताया कि उन्होंने शशांक के दोस्त शुभम और कर्मजीत से कई बार जानकारी की, दोनों अनभिज्ञता जताते रहे। इसी दौरान 29 जुलाई को एत्माद्दौला इलाके में यमुना में मिले अज्ञात शव का पता चलने पर वह पोस्टमार्टम गृह पहुंचे। शव क्षतविक्षत होने से पहली बार में पहचान नहीं हो सकी थी। उन्होंने शशांक के साथ शुभम, कर्मजीत, चिरागउद्दीन व तन्मय भी कार में एक साथ होने के साक्ष्य पुलिस को दिए। पुलिस ने चारों से पूछताछ की। उन्होंने इंस्पेक्टर भूपेंद्र बालियान को बताया कि शशांक समेत सभी लोग कैलाश घाट पर नहाने गए थे। वहां चिरागउद्दीन और शशांक डूबने लगे। उन्होंने चिरागउद्दीन को बचा लिया, लेकिन शशांक डूब गया। वह डरकर चले आए और इसकी जानकारी किसी को नहीं दी। स्वजन ने एक अगस्त को शव की पहचान शशांक के रूप में की। मां पुष्पा देवी और भाई आलोक का आरोप है कि शशांक से शुभम ने 45 हजार रुपये उधार लिए थे। वह अब रकम नहीं लौटा रहा था। उसने दोस्तों के साथ मिलकर साजिश के तहत शशांक को पानी में डुबाकर मार दिया। इंस्पेक्टर भूपेंद्र बालियान ने बताया कि शुभम चौधरी, कर्मजीत, चिरागउद्दीन व तन्मय के खिलाफ हत्या एवं साक्ष्य नष्ट करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। विवेचना की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पंचनामा और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर स्वजन ने उठाए सवाल, सीओ ने की जांच

मुख्यमंत्री और गृह मंत्री से शिकायत के बाद स्वजन इस साल अगस्त में केंद्रीय विधि व न्याय राज्यमंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल से मिले थे। उन्होंने एसपी सिटी को मामले की जांच के निर्देश दिए थे। एसपी सिटी ने सीओ हरीपर्वत लखन को जांच सौंपी थी। स्वजन ने पंचनामा और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए सीओ को प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। नदी में मिले अज्ञात शव, जिसकी शिनाख्त शशांक के रूप में की गई, उसके पंचनामा में गले में चोट का निशान दर्शाया था, जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई बाहरी चोट का निशान नहीं पाया जाना लिखा था। आरोपितों के साथ कार में शशांक के सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को उपलब्ध कराए थे।

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