Quality of Road: आगरा में रोड की गुणवत्ता पर ध्यान देगा नगर निगम

इंप्रूवमेंट आफ राइडिंग क्वालिटी को लागू करने का प्रयास। तीन करोड़ से रोड की होगी मरम्मत। दो से तीन दिनों में निकलेंगे टेंडर। 25 दिनों में शुरू होगा काम। पानी और सीवर की लाइन बिछाने के नाम पर खोद दी गई हैं शहर की सड़कें। लोग हो रहे हैं परेशान।

By Nirlosh KumarEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 03:17 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 03:17 PM (IST)
Quality of Road: आगरा में रोड की गुणवत्ता पर ध्यान देगा नगर निगम
नगर निगम अब आगरा में सड़कों की गुणवत्ता पर ध्यान देगा।

आगरा, जागरण संवाददाता। ई-माप पुस्तिका को लागू करने के साथ ही नगर निगम अब रोड और गलियों की मजबूती पर फोकस करेगा। इससे यह लंबे समय तक खराब नहीं होंगी और हर साल लाखों रुपये की बचत हो सकेगी। इसके लिए इंप्रूवमेंट आफ राइडिंग क्वालिटी लागू किया जाएगा। शंकरगढ़ की पुलिया, बोदला से सिकंदरा रोड सहित अन्य को शामिल किया जाएगा। नगरायुक्त निखिल टीकाराम ने बताया कि तीन करोड़ रुपये से 50 से अधिक रोड की मरम्मत होगी। दो से तीन दिनों के भीतर टेंडर निकलेंगे और 25 दिनों में कार्य शुरू होगा। बारिश के चलते शहर की अधिकांश रोड जर्जर हो गई हैं। लोगों का पैदल चलना तक मुश्किल हो गया है।

क्या है इंप्रूवमेंट आफ राइडिंग क्वालिटी

रिटायर्ड इंजीनियर बीएस चौहान ने बताया कि सामान्य तरीके से रोड की मरम्मत या फिर निर्माण दो से तीन सेमी में होती है जबकि इंप्रूवमेंट आफ राइडिंग क्वालिटी में डेंस बिटुमिन्स मैकेडम (डीबीएम) की मोटाई पांच सेमी और ढाई सेमी की बिटुमिन्स कंक्रीट शामिल है।

अधिशासी अभियंता हर एस्टीमेट का करेंगे सत्यापन

नगरायुक्त ने बताया कि पिछले साल मदिया कटरा तिराहा से लोहामंडी रोड का दो बार एस्टीमेट तैयार हो गया था। लापरवाही पर जूनियर इंजीनियर निरंजन सिंह को निलंबित किया गया था। इस साल एक ही रोड या फिर गली का दो बार एस्टीमेट तैयार न हो, इसके लिए चार जोन के अधिशासी अभियंताओं को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। जूनियर इंजीनियर जो भी एस्टीमेट तैयार करेंगे, अधिशासी अभियंता मौके पर जाकर उसका सत्यापन करेंगे। इसके बाद ही फाइल को टेंडर के लिए भेजा जाएगा।

जल निगम से लिया जाएगा पैसा, निगम बनाएगा रोड

शास्त्रीपुरम, शाहगंज, केदारनगर, दयालबाग, बालाजीपुरम सहित कई अन्य क्षेत्रों में जल निगम द्वारा सीवर और पानी की लाइन बिछाई जा रही है। लाइन बिछाने के बाद जिस स्थल पर खोदाई की गई है, वहां की मरम्मत जल निगम द्वारा कराई गई है, लेकिन बारिश के चलते पूरी रोड खराब हो गई है। ऐसे में जल निगम से उक्त स्थल का पैसा जमा करा लिया जाएगा। रोड की मरम्मत या फिर निर्माण निगम प्रशासन कराएगा। इससे एक ही रोड का दो बार प्रस्ताव तैयार नहीं होगा।

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