डिग्री नहीं मिली, चिंता छोड़िए, अब बिना आवेदन घर बैठे डिग्री देगा विवि

विवि वर्ष 2015-17 की डिग्रियां छात्रों के पते पर करेगा पोस्ट, तीन महीने में तीन साल की डिग्री देने का दावा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Oct 2018 07:00 AM (IST) Updated:Fri, 26 Oct 2018 07:00 AM (IST)
डिग्री नहीं मिली, चिंता छोड़िए, अब बिना आवेदन घर बैठे डिग्री देगा विवि
डिग्री नहीं मिली, चिंता छोड़िए, अब बिना आवेदन घर बैठे डिग्री देगा विवि

आगरा (जागरण संवाददाता): आंबेडकर विवि ने डिग्री की समस्या से छात्रों को राहत देने की तैयारी कर ली है। वर्ष 2015 से 2017 के बीच में शिक्षा पूरी करने वाले छात्र-छात्राओं को बिना आवेदन किए घर बैठे डिग्री मिलेगी। यह जानकारी गुरुवार को कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित ने प्रेसवार्ता में दी।

खंदारी परिसर स्थित अतिथि गृह में कुलपति ने बताया कि वर्ष 2015, 2016 और 2017 में जिन्होंने स्नातक और परास्नातक किया है, उनको डिग्री के लिए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी। विवि द्वारा छात्र के घर पर सीधे डिग्री भेजी जाएगी। इसकी शुरुआत वर्ष 2015 से की जा रही है। इस वर्ष की सभी डिग्री प्रिंट हो चुकी है। पहले चरण में तीन हजार डिग्रियां पोस्ट की जा रही हैं। तीन महीने में तीनों साल की डिग्रियां छात्रों के पते पर भेज दी जाएंगी। इसके अलावा तीनों सालों की माइग्रेशन और प्रोविजनल डिग्री आवेदन करते ही मिल जाएगी। पूरा डाटा ऑनलाइन कर दिया गया है। इसके अलावा जिन कॉलेजों ने पूरी फीस जमा है, उनकी मा‌र्क्सशीट सीधे कार्यालय से मिल जाएंगी। फीस जमा न करने वाले कॉलेजों के नाम वेबसाइट पर डाल दिए गए है। क्षत्रिय समाज में आक्रोश, कुलपति ने जताया खेद

जासं, आगरा: महर्षि वाल्मीकि जयंती समारोह में कुलपति द्वारा दिए गए बयान के बाद क्षत्रिय समाज में आक्रोश व्याप्त हो गया है। कुलपति का पुतला फूंका गया। वहीं कुलपति ने बयान पर खेद जताया है। बुधवार को विवि के जुबली हॉल में आयोजित कार्यक्रम में कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित ने कहा था कि जिन लोगों ने अपनी जान दे दी लेकिन धर्म परिवर्तन नहीं किया वह समाज के रोल मॉडल होने चाहिए। न कि वह लोग जिन्होंने अपना साम्राज्य बचाने के लिए महारानी जोधाबाई का विवाह अकबर से कर दिया। उनके इस बयान पर क्षत्रिय समाज ने आपत्ति जताई। सोशल मीडिया पर इसके खिलाफ प्रतिक्रिया आने लगी। गुरुवार को विवि के बाहर क्षत्रिय समाज के लोगों ने कुलपति का पुतला फूंका। इस मामले पर कुलपति ने सफाई दी। उनका कहना था कि उनके बयान को तोड़मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया, जो तथ्य और भावनाओं से परे है। अगर किसी का भावना जाने-अनजाने आहत हुई है तो वह बिना शर्त खेद व्यक्त करते हैं।

क्षत्रिय सभा की बैठक आज

कुलपति के बयान के विरोध में क्षत्रिय सभा ने वाटर व‌र्क्स स्थित क्षत्रिय सदन में दोपहर 12 बजे बैठक बुलाई है। जिलाध्यक्ष जोगेंद्र सिंह परमार, अनिल चौहान आदि ने कुलपति के बयान की निंदा की है।

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