वॉलीबॉल की बेहतरी पर मोहम्मद इलियास दिखे चिंतित, कहा खेल पर फोकस करे सरकार Agra News
वॉलीबॉल के पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी मोहम्मद इलियास ने खेल की उपेक्षा पर जताया क्षोभ। कम पैसे और कम जगह में खेला जाता है खेल सरकार को देना चाहिए ध्यान।
आगरा, जेएनएन। वॉलीबॉल के पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी मुहम्मद इलियास ने इस खेल की बदहाली पर क्षोभ जताया है। उन्होंने कहा कि वॉलीबॉल की कोचिंग लेने से कोई कोच नहीं बनता, प्रतिभा भी अंदर होनी चाहिए। सरकार को भी इस खेल की बेहतरी पर फोकस करना चाहिए।
शुक्रवार को मैनपुरी के करहल चौराहा स्थित एक गेस्ट हाउस में दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि गांव से जुड़े इस खेल की उपेक्षा लगातार हो रही है। वॉलीबॉल को जितना बढ़ावा मिलना चाहिए था, उतना नहीं दिया जा रहा है। सरकार ने दूसरे खेलों को बढ़ावा बजट भी दिया है, जबकि वॉलीबॉल की हमेशा ही उपेक्षा की गई है।
अमेठी के गांव-गांव वॉलीबॉल को बढ़ाने में जुटे मोहम्मद इलियास का कहना था कि सरकार ने इस खेल की ओर ध्यान दिया होता तो तस्वीर कुछ दूसरी होती। सरकार इस खेल को बढ़ावा देने के लिए खेल कोटा भी बढ़ाने पर ध्यान दे, खेल कोटा बढ़ेगा तो इस खेल के प्रति बच्चों में लगन पैदा होगी। सिथदआ गांव में तीन स्थानों पर वॉलीबॉल करवाने वाले मोहम्मद इलियास का कहना है कि अब वह वॉलीबॉल को बढ़ावा देने की चिंता में जुटे रहते हैं, उनके सिखाएं कई बच्चे सरकारी नौकरियों में भी पहुंच चुके हैं और वॉलीबॉल टीम में प्रतिभाग कर राष्ट्रीय स्तर पर नाम चमका रहे हैं।
श्रीलंका के खिलाफ स्टेट खेलने वाले मोहम्मद इलियास गांव से इस खेल से जुड़े, लखनऊ में आकर भी इसी खेल को अपनाया। नेशनल लेवल पर यूपी की टीम से खेलते हुए सिल्वर, रजत पदक जीते। अंतर विवि टीम में भी शामिल रहे। खिलाड़ी कोटे से शुगर कॉरपोरेशन में नियुक्ति पाने वाले मोहम्मद इलियास अब खुद का कारोबार संभाल रहे हैं। उन्होंने हॉस्टल- कॉलेज बनाए जाने की वकालत करते हुए कहा कि सरकारी प्रयासों से इस खेल को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने बताया अब वे अमेठी जिला की हर गांव में वॉलीबॉल को बढ़ावा देने के प्रयास में जुटे हुए हैं।