निर्धारित स्थल पर लगेंगी गायब मुड्डियां, सिचाई विभाग को मिली जिम्मेदारी

मंडलायुक्त बोले यमुना नदी के डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण कराने वाले अफसरों की तैयारी होगी सूची एडीए उपाध्यक्ष को दिए आदेश वर्ष 2003 से 2016 तक सबसे अधिक हुए निर्माण एनजीटी में दाखिल करनी है रिपोर्ट

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 11:30 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 11:30 PM (IST)
निर्धारित स्थल पर लगेंगी गायब मुड्डियां, सिचाई विभाग को मिली जिम्मेदारी
निर्धारित स्थल पर लगेंगी गायब मुड्डियां, सिचाई विभाग को मिली जिम्मेदारी

आगरा,जागरण संवाददाता। यमुना नदी के डूब क्षेत्र से गायब 100 मुड्डियां जल्द निर्धारित स्थल पर लगेंगी। सिचाई विभाग को यह जिम्मेदारी दी गई है। सिंचाई विभाग को यह कार्य एक महीने में करना होगा। मंडलायुक्त अमित गुप्ता ने डूब क्षेत्र में हुए निर्माण की जानकारी मांगी है। अवैध निर्माण कराने वाले अफसरों की सूची तैयार होगी। एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया ने यह जिम्मेदारी सचिव राजेंद्र प्रसाद को दी है। डूब क्षेत्र में वर्ष 2003 से 2016 तक सबसे अधिक अवैध निर्माण हुए हैं। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) की टीम नौ प्रोजेक्ट के कुछ हिस्से के ध्वस्तीकरण की जल्द रिपोर्ट दाखिल करेगी। दैनिक जागरण ने बुधवार के अंक में डूब क्षेत्र से 100 मुड्डियां गायब होने की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशित होने के बाद संबंधित अधिकारी हरकत में आए हैं। दरअसल एनजीटी के आदेश पर वर्ष 2017 में सर्वे के बाद 740 मुड्डियां लगी थीं। मंडलायुक्त अमित गुप्ता ने बताया कि डूब क्षेत्र का अब तक तीन बार सर्वे किया जा चुका है। मुड्डियां निर्धारित स्थल पर लगाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

दोषी अफसरों की जल्द तैयार होगी सूची : एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि डूब क्षेत्र में बिना उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एनओसी के नक्शे पास किए गए हैं और अवैध निर्माण कराए गए हैं। मामले में एक सहायक अभियंता और छह अवर अभियंता दोषी पाए गए हैं। इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दे दिए गए हैं। अफसरों की सूची जल्द तैयार कराई जाएगी।

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