मेहमान परिदों से गुलजार हुए चंबल के किनारे

साइबेरियन और फ्लेमिगो पहुंचे बढ़ाई गई कांबिग जिले के अन्य वेटलैंड्स में भी शुरू हुई प्रवासी पक्षियों की आमद

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 09:26 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 09:26 PM (IST)
मेहमान परिदों से गुलजार हुए चंबल के किनारे
मेहमान परिदों से गुलजार हुए चंबल के किनारे

आगरा, जागरण संवाददाता। सर्दियां आते ही चंबल नदी के अलावा जिले के अन्य वेटलैंड्स भी मेहमान परिदों (प्रवासी पक्षियों) से गुलजार हो गए हैं। इस साल रिकार्ड तोड़ विदेशी पक्षी आने की संभावना है। वन विभाग ने तैयारियां कर ली है।

सर्दी शुरू होते ही ठंडे इलाकों से हर साल लगभग पांच हजार पक्षी चंबल नदी किनारे आते हैं। हजारों किलोमीटर दूरी तय करके विदेशी साइबेरियन के साथ ही फ्लेमिगो पक्षी चंबल सेंचुरी में आना शुरू हो गए हैं। विदेशी पक्षियों की आहट मिलते ही सतर्कता बढ़ा दी गई है। नवंबर मध्य से फरवरी अंत तक बड़ी तादाद में चंबल नदी के किनारे विभिन्न प्रजातियों के दुर्लभ पक्षियों का आगमन होता है। मौसम अनुकूल होने के कारण इस काल को प्रजनन के लिए बहुत उपयुक्त माना जाता है। मौसम में गर्मी आने से पहले बच्चों के साथ पक्षी वापस लौट जाते हैं। इन विदेशी मेहमानों की रखवाली के लिए नदी किनारे कांबिग बढ़ा दी गई है। कहां से आते हैं पक्षी

हिमालय, मलेशिया, साइबेरिया, रूस, यूरोपियन देशों से पक्षी आते हैं। इन दिनों हिमालय और यूरोपीय देशों से पक्षी चंबल सेंचुरी पहुंच चुके हैं। इन देशों में बर्फ पड़ने से पक्षियों के सामने प्रजनन व खाने-पीने की समस्या आती है। जिसके कारण ये चंबल क्षेत्र में आ जाते हैं। साइबेरियन पक्षी के अलावा रूडी शेलडक, पेंटेड स्टार्क, विसलिग टील, ब्लैक आइबिस, बार हेडेड गीज, ब्लैक नेक्ड स्टार्क, पेलेसिस गल, टेल टिगो, कार्बोनेट आदि पक्षियों का आगमन शुरू हो गया है। दिसंबर शुरू होते-होते हजारों की संख्या में ये पक्षी नदी किनारे डेरा जमा लेते हैं। इस साल ज्यादा आएंगे पक्षी

डीएफओ चंबल दिवाकर श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले साल लगभग पांच हजार पक्षियों की आवक हुई थी। इस साल रिकार्ड तोड़ पक्षी आने की संभावना है क्योंकि इस साल सर्दी ज्यादा पड़ेगी। ठंडे इलाकों में बर्फबारी शुरू हो चुकी है। इससे विभाग के साथ ही पक्षी प्रेमी भी काफी उत्साहित हैं।

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