Mass Murder in Agra: आगरा में रिश्तेदार ने दिया था चाैहरे हत्याकांड को अंजाम, साथी समेत गिरफ्तार

Mass Murder in Agra सीता नगर का रहने वाला है आरोपित संतोष साथी अंशुल और बीरू भी शामिल था। रेखा ने नौ महीने पहले संतोष को दिया था अपना एक्टिवा स्कूटर। 21 जुलाई को घर के अंदर गला काटकर चार लोगों की हत्या कर दी गई थी।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 06:07 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 06:07 PM (IST)
Mass Murder in Agra: आगरा में रिश्तेदार ने दिया था चाैहरे हत्याकांड को अंजाम, साथी समेत गिरफ्तार
रेखा ने नौ महीने पहले संतोष को दिया था अपना एक्टिवा स्कूटर।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोतवाली में कूचा साधूराम की चौबेजी वाली गली में 21 जुलाई को चौहरे हत्याकांड की सनसनीखेज घटना का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। रेखा और उसके तीनों बच्चों की गला काटकर हत्या उसके रिश्ते के भाई संतोष राठौर ने की थी। हत्याकांड की साजिश में उसका साथी अंशुल भी शामिल था। रेखा के घर में लाखों रुपये मिलने के लालच में उसने हत्याकांड को अंजाम दिया था।

आइजी रेंज नवीन अरोड़ा ने प्रेसवार्ता में बताया चौबेजी वाली गली में रहने वाली 35 साल की रेखा राठौर व उनके तीन बच्चों वंश, पारस और माही की 21 जुलाई को घर के अंदर गला काटकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारे सारे सबूत अपने साथ ले गए थे।इससे पुलिस मान रही थी कि हत्या रेखा के किसी करीबी ने की है। रेखा ने पति सुनील राठौर से दो साल पहले तलाक ले लिया था। वह तीनों बच्चों के साथ मकान में अकेली रहती थी। पुलिस ने रेखा के मोबाइल की काल डिटेल के आधार पर उससे वाट्स एप चैटिंग करने वाले जैनुद समेत कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी।

आइजी ने बताया विवेचना के दौरान पुलिस को रेखा के रिश्तेदार संतोष राठौर का नाम पता चला। उसका रेखा के घर आना-जाना था। वह रेखा के पिता विनोद के फूफा बादाम सिंह का बेटा है। घटना वाले दिन उसकी लोकेशन कूचा साधूराम में थी। मगर, वह हत्याकांड के बाद दो दिन के लिए गायब हाे गया था। इससे पुलिस को उस पर शक हो गया। पुलिस ने आरोपित संतोष को दबोचने के बाद उससे पूछताछ की। वह पुलिस को चकमा देने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उसने उसने सच उगल दिया।

संतोष ने पुलिस को बताया कि रेखा का उस पर करीब दो लाख रुपये कर्जा था। वह कूचा साधूराम का मकान बेचकर दिल्ली में शिफ्ट होना चाहती थी। इसलिए उस पर अपनी रकम लौटाने का दबाव बना रही थी। रेखा ने नौ महीने पहले उसे अपना नया एक्टिवा स्कूटर भी बेचने के लिए दिया था। इस रकम भी वह मांग रही थी। इसलिए उसने रेखा की हत्या करने की साजिश रची। उसे रेखा के घर से तलाक के दौरान मिले छह से सात लाख रुपये मिलने की भी उम्मीद थी। वह 21 जुलाई की दोपहर 12 बजे साथी अंशुल और बीरू को मकान दिखाने के बहाने रेखा के यहां लेकर गया था।

रेखा उस समय पूजा कर रही थी। उसने तीनों को नीचे कमरे में बैठने की कहा। इस दौरान वंश समोसे लेकर आया, उन्हें खाने के बाद वह इंतजार करते रहे। पूजा खत्म होने के बाद वह प्रथम तल पर बने कमरे में गए। तीनों बच्चे वंश, पारस और माही नीचे आ गए थे। संतोष ने बताया कि उसने रेखा का चाकू से गला काट दिया। रेखा के विरोध करने और उसकी चीख सुनकर बेटा वंश वहां पहुंच गया। उसे स्टोर में ले जाकर गला काट दिया। पारस और वंश उसे पहचानते थे। इसलिए उन दोनों को भी उपर कमरे में लाने के बाद बेड पर डालकर गला काट दिया। इसके बाद पूरे घर की तलाशी ली। अलमारी में रखे रुपये और जेवरात के अलावा वह बच्चों का टैबलेट, मोबाइल समेत अन्य साक्ष भी अपने साथ ले गए थे।

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