साप्ताहिक बंदी का दिखा असर, बाजारों में रहा सन्नाटा

शहर के बडे़ से लेकर छोटे बाजार में दुकानों पर लटके रहे ताले मेडिकल स्टोर के साथ आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई रही सुचारु

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 08:30 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 08:30 PM (IST)
साप्ताहिक बंदी का दिखा असर, बाजारों में रहा सन्नाटा
साप्ताहिक बंदी का दिखा असर, बाजारों में रहा सन्नाटा

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए रविवार को साप्ताहिक बंदी का असर दिखाई दिया। जिन बाजारों में हर दिन सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ रहती थी, उन बाजारों में सन्नाटा रहा। बडे़ से लेकर छोटे बाजार बंद थे। बाजार न खुलने के कारण लोग भी घरों से बाहर नहीं निकले।

रविवार को साप्ताहिक बंदी के चलते सभी बाजार पूरी तरह बंद थे। मोतीगंज, दरेसी, रावतपाड़ा, किनारी बाजार, लुहारगली, कमला नगर, छत्ता, बेलनगंज, बिजलीघर, शाहगंज, सदर बाजार में सड़कों पर सन्नाटा था। बाजारों में एक भी आदमी नजर नहीं आ रहा था। इसके अलावा स्थानीय बाजार भी पूरी तरह बंद रहे। मोहल्लों में भी दुकानें नहीं खुली। पुलिस भी बाजारों में गश्त करती रही। इसका असर भी दिखाई दिया। लोग घरों में ही रहे। शाम को जरूर लोग घरों से बाहर निकल आए। सड़कों पर भी थोड़ी चहल पहल दिखाई दी। दवा की दुकानें खुलीं

साप्ताहिक बंदी में दवा की दुकानें खुली रहीं। मगर, आम दिनों की तुलना में दवा की दुकानों पर कम भीड़ रही। जिन लोगों को बहुत ज्यादा जरूरत थी, वे ही बाहर निकले। दवा लेने के नाम पर बेवजह घरों से बाहर आने वाले लोगों को पुलिस ने रोका। जिन पर दवा का पर्चा नहीं था, उन्हें वापस भेज दिया गया। सब्जी की रही परेशानी

साप्ताहिक बंदी में लोगों को सब्जी के लिए परेशान होना पड़ा। जिन मोहल्लों में सब्जी की ठेल आती थीं, उन मोहल्लों में रविवार को सब्जी विक्रेता नहीं पहुंचे। सुबह से शाम तक सब्जी विक्रेताओं का इंतजार होता रहा। मंडी में भी सब्जी नहीं मिली। घरों से दिया सामान

जिन लोगों ने घरों में दुकानें खोल रखी हैं, उन्होंने साप्ताहिक बंदी का लाभ उठाया। ऐसे लोगों ने घर से ही सामान दिया। सुबह से शाम तक लोग ऐसी दुकानों पर आते रहे। वहीं, कई दुकानदारों ने इस अवसर को भुनाने में कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने सामान के ज्यादा दाम वसूले।

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