मिशन शक्ति फेज 3.0 के तहत कर रहे जागरूक

गृह विज्ञान संस्थान में हुआ परामर्श सत्रकस्तूरबा गांधी विद्यालय में दी सरकारी योजनाओं की जानकारी

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 08:00 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 08:00 PM (IST)
मिशन शक्ति फेज 3.0 के तहत कर रहे जागरूक
मिशन शक्ति फेज 3.0 के तहत कर रहे जागरूक

आगरा,जागरण संवाददाता। मिशन शक्ति फेज 3.0 के तहत कालेजों में कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जा रहे हैं। इसी श्रंखला में गृह विज्ञान संस्थान व शमसाबाद स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए।

गृहविज्ञान संस्थान में परामर्श सत्र का आयोजन किया गया, जिसका शीर्षक था आओ साझा करें-चुप्पी तोड़ें। कार्यक्रम की शुरुआत महिला अध्यन केंद्र की प्रभारी तथा गृहविज्ञान संस्थान की निदेशक प्रो. अचला गक्खड़ ने स्वागत भाषण में कार्यक्रम के महत्व को बताते हुए की। कार्यक्रम के अंतर्गत मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता उपस्थित रहे। डा. अमीता निगम, डाय रचना सिंह, डा. पूनम चांद, डा. वंदना पाटनकर,डा. प्रियंका मसीह, डा. प्रीति मसीह, डा.अंशु चौहान ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। वक्ताओं ने तनाव को जीवन से कैसे दूर किया जाए, इस पर चर्चा की। यह भी बताया कि महिला को अपनी चुप्पी तोड़कर किस तरह अपनी परेशानी का हल निकालना चाहिए। वक्ताओं ने कहा कि, परेशानी बांटनी चाहिए तभी एक सक्षम परिवार तथा समाज संभव है। संचालन डा. सलीम जावेद व धन्यवाद ज्ञापन डा. अर्चना सिंह ने किया।

कस्तूरबा गांधी विद्यालय में डा. रानी परिहार ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही मानव कल्याण हेतु सरकारी योजनाओं के बारे में बताते हुए विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी। ट्विकल शर्मा ने पाक्सो एक्ट एवं गुड टच व बैड टच के बारे में छात्राओं को जानकारी दी। रूपम चौहान ने बाल अधिकार बताए, नूपुर दीक्षित ने घरेलू हिसा और विमलेश भदौरिया ने एक गीत के माध्यम से अशिक्षित महिला का दर्द बताते हुए शिक्षा का महत्व बताया। माधवी भदौरिया ने आत्म सुरक्षा के गुर सिखाए। संचालन सोनू भदौरिया ने किया। छात्राओं ने नाटक के माध्यम से कम उम्र में शादी न करना और लड़का लड़की में भेदभाव नहीं करने की जानकारी दी। प्रधानाचार्य राजरानी,रेखा शुक्ला, आकांक्षा, शोभना आदि का विशेष सहयोग रहा।

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