Aadhar Card: जंग जीतने से कम नहीं है आधार कार्ड बनवाना

आधार कार्ड बनवा पाना बेहद मुश्किल। सुबह से शाम तक लाइन में लगकर भी होना पड़ता है मायूस। लंबी लाइन में घंटों इंतजार के बाद जैसे-तैसे नंबर आ भी जाए तो औपचारिकताएं पूरी करने में लोगों का दम निकल जाता है।

By Nirlosh KumarEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 02:45 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 02:45 PM (IST)
Aadhar Card: जंग जीतने से कम नहीं है आधार कार्ड बनवाना
आधार कार्ड बनवाने में लोगों को पसीना छूट रहा है।

आगरा, जागरण संवाददाता। हर सरकारी योजना के लिए भले ही आधार नंबर अनिवार्य हो, लेकिन नया आधार नंबर लेना या संशोधन कराना किसी जंग जीतने से कम नहीं है। जंग सुबह आठ बजे से शुरू हो जाती है। लंबी लाइन में घंटों इंतजार के बाद जैसे-तैसे नंबर आ भी जाए, तो औपचारिकताएं पूरी करने में लोगों का दम निकल जाता है।

संजय प्लेस स्थित आधार सेवा केंद्र में सुबह से शाम तक लोगों की भीड़ लगी रही। जीजी नर्सिंग होम के सामने स्थित आधार सेवा केंद्र पर कोई अपना या स्वजन का नया आधार कार्ड बनवाने आया था, तो कोई नाम, पता या जन्म तिथि में संशोधन कराने। इनमें छह महीने की बच्ची से लेकर 70 साल तक के बुजुर्ग शामिल थे। लेकिन दूसरी मंजिल पर स्थित सेवा केंद्र तक पहुंचने के लिए उन्हें 53 सीढ़ी चढ़नी होती हैं, जिसके कारण बुजुर्गों को परेशान होना पड़ता है। लिफ्ट है, लेकिन चलती नहीं है। ऊपर पहुंच भी जाएं, तो न बैठने की जगह है, न अन्य कोई सुविधा।

कोरोना प्रोटोकाल का नहीं हो रहा पालन

आधार कार्ड बनवाने की ऐसी आपाधापी कि कोरोना के खौफ को भूलकर सभी बिना मास्क और शारीरिक दूरी के एक दूसरे से सटकर लंबी लाइन में लगे अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे थे।

कर्मचारी करते हैं अभद्रता

हाॅल में ही एक टेबल पर केंद्र के दो कर्मचारी बैठे थे, जो लोगों की शंकाओं का समाधान करने से ज्यादा उन्हें झिड़कते नजर आ रहे थे। आधार कार्ड बनवाने और संशोधन कराने के लिए कौन से कागज लगेंगे, कागज सही हैं या गलत, यह बताने वाला कोई नहीं था। लोगों का आरोप था कि यहां तैनात गार्ड भी उनकी मदद करने की जगह अभद्रता करता है।

यह है जिले की स्थिति

आधार कार्ड बनवाने को प्रशासन ने शहरी क्षेत्र में 320 से 250 जन सेवा केंद्र बनाए हैं। संजय प्लेस में जीजी नर्सिंग होम के सामने और प्रतापपुरा प्रधान डाकघर में सरकारी फीस लेकर आधार कार्ड बनाए व संशोधित किए जाते हैं, जबकि अन्य जगह वह अपना शुल्क लेकर इस काम को करते हैं।

बदतमीजी करता है गार्ड

कमला नगर से आए संताेष कुमार ने बताया कि बेटी का आधार कार्ड बनवाना है। कमला नगर से मेरा छठा चक्कर है। कुछ न कुछ कमियां निकालकर लौटा देते हैं। गार्ड बदतमीजी करता है।

आवेदन पत्र में निकाल देते हैं कमी

मलपुरा से आए हेमंत कुमार ने बताया कि चाचा के आधार कार्ड में संशोधन कराना है। दूसरी बार भी आवेदन में कमी निकाल दी। मलपुरा से आने में लंबा समय लगता है, फिर लाइन में लगना पड़ता है।

हेमंत कुमार, मलपुरा

कोई नहीं देता ठीक जानकारी

लोहामंडी से आईं प्रियंका ने बताया कि आधार कार्ड में पता बदलवाना है। सुबह से लाइन में लगी हूं, दो घंटे बाद भी नंबर नहीं आया है। ठीक से जानकारी देने वाला भी कोई नहीं है।

तीन घंटे लाइन में लगने पर भी नंबर नहीं

सुचेता से आईं आनिया ने बताया कि आधार कार्ड के लिए बायोमेट्रिक प्रक्रिया व जन्म तिथि ठीक करानी है, लेकिन तीन घंटे लाइन में लगने के बाद भी नंबर नहीं आया है।

प्रक्रिया बताने वाला कोई नहीं

नगला अक्खो से आए महेश ने बताया कि बेटियों का आधार कार्ड बनवाना है। छोटी बेटी छह माह की है। घंटों लाइन में लगकर भी नंबर नहीं आया है, न कोई बताने वाला है कि प्रक्रिया कब पूरी होगी।

परेशान कर रहे हैं

सत्तान सिंह ने बताया कि बेटी का आधार कार्ड बनवाना है, तीन घंटे लाइन में लगे हुए हो गए। पूछने पर कोई जवाब देने वाला नहीं। परेशान कर रहे हैं।

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