मेक इन इंडिया क्रीम और स्प्रे से लेदर बना रहे रंगीन

- लेदर की रंगाई के लिए इस तकनीक से समय और लागत में हो रही कमी - पर्यावरण के लिए हानिकारक न होने से तेजी से बढ़ रही मांग

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Nov 2018 08:30 AM (IST) Updated:Sat, 17 Nov 2018 08:30 AM (IST)
मेक इन इंडिया क्रीम और स्प्रे से लेदर बना रहे रंगीन
मेक इन इंडिया क्रीम और स्प्रे से लेदर बना रहे रंगीन

कुलदीप सिंह, आगरा: पीएम मोदी के मेक इन इंडिया सपने को शहर के एक उद्यमी साकार कर रहे हैं। उन्होंने एक ऐसी क्रीम और स्प्रे तैयार किया है, जो लेदर को रंगने के काम आता है। इससे समय और खर्चा कम होता है। इस वजह से यह स्प्रे फुटवियर इंडस्ट्री में धाक जमा रहे हैं। हाल में मीट एट आगरा में जूतों की फिनिश, कलर और लेदर के ब्राइटनेस को लेकर मेड इन इंडिया प्रोडक्ट बनाने को लेकर इन्हें बेस्ट इनोवेटर का पुरस्कार भी दिया गया है।

एसएस सेल्स कॉर्पोरेशन के मालिक संजय मिश्रा पिछले 20 साल से लेदर को रंगने का काम सॉल्वेंट से इटली की एक कंपनी के साथ मिलकर डिप एंड डाई तकनीक से करते थे। यह सॉल्वेंट पर्यावरण व स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। कुछ अलग करने की सोच के साथ इन्होंने अपना प्रोडक्ट ईजाद किया। इसमें पुरानी पद्धति के स्थान पर पॉलिशिंग के माध्यम से लेदर को ट्रीट किया जाता है।

समय और रुपये की बचत

संजय मिश्र ने बताया कि इटली या अन्य देशों के उत्पादों से जूते की एक जोड़ी की रंगाई का खर्चा लगभग 100 रुपये आता है। वहीं इस तकनीक से 20 रुपये जोड़ी में रंगाई हो जाती है। अन्य पद्धति से लेदर को सुखाने के लिए तीन घंटे का समय लगता है, जबकि इससे 15 मिनट बाद में ही लेदर चमकीला और सूख जाता है। चेन्नई में तलाश रहे बाजार

आगरा, कानपुर, जालंधर सहित दूसरे शहरों की फुटवियर इंडस्ट्री के बाद अब चेन्नई में इस उत्पाद के लिए बाजार तलाशा जा रहा है। पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने के कारण उत्पाद की तेजी से मांग बढ़ रही है।

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