Scholarship Scam: छात्रवृत्ति घोटाले में मास्टर डाटा सीडी की तलाश, खुलेंगे फिर सारे राज
Scholarship Scam 2010 से 2014 के बीच हुआ था छात्रवृत्ति घोटाला। अपात्रों और धरातल से गायब विद्यालयों को बांट दी थी छात्रवृत्ति। जांच टीम को उस डाटा फीडिंग वाली मास्टर सीडी की तलाश है जिसमें उक्त वर्षों का डाटा फीड किया गया था।
आगरा, जागरण संवाददाता। 2010 से लेकर 2014 के बीच हुए छात्रवृत्ति घोटाले की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) कर रही है। उक्त वर्षों में इस काम को देख रहे कर्मचारियों से पूछताछ के साथ अब जांच टीम मास्टर डाटा सीडी को तलाश रही है, जिसमें छात्रवृत्ति वितरण का पूरा काला चिट्ठा दर्ज है।
जांच में तेज़ी दिखाते हुए ईओडब्ल्यू टीम ने एक एक कर्मचारी को चिन्हित करते हुए पूछताछ शुरू कर दी है। हालांकि अब तक किसी भी कर्मचारी ने उस समय पटल की जिम्मेदारी संभालने संबंधी बात नहीं स्वीकारी है, इसलिए विभाग उस समय कार्यरत रहे कर्मचारियों से पूछताछ में जुटा है।
नगर क्षेत्र और विभाग में झूल रहा
मामला अब तक हुई ईओडब्ल्यू टीम की जांच में इतना तो पता चला है कि तब छात्रवृत्ति वितरण काम नगर क्षेत्र कार्यालय से हुआ था। इसलिए टीम ने तत्कालीन नगर शिक्षाधिकारी को भी बुलाकर मामले में पूछताछ की। उनके जवाब के आधार पर तब काम देख रहे चार बाबुओं से भी पूछताछ जारी है। इसके साथ ही जांच का रुख अब बेसिक शिक्षा कार्यालय की तरफ भी मुड़ गया है क्योंकि जांच में पता चला है कि छात्रवृत्ति वितरण भले नगर क्षेत्र के स्तर से हुआ लेकिन वितरण की डाटा फीडिंग बेसिक शिक्षा कार्यालय में ही हुई थी।
मास्टर डाटा सीडी की तलाश
जांच टीम को उस डाटा फीडिंग वाली मास्टर सीडी की तलाश है, जिसमें उक्त वर्षों का डाटा फीड किया गया था और उसे ही शासन को भेजा गया था। टीम को उम्मीद है उसमें से ही उसे जांच आगे बढ़ाने का सुराग मिलेगा।