आगरा में कमिश्नरी के लिए जमीन की तलाश, मेट्रो के लिए जमीन अधिग्रहण से नहीं बची पार्किंग

आगरा मेट्रो के डिपो के लिए तीन हेक्टेअर जमीन का हुआ है अधिग्रहण। अधिकांश पार्किंग स्थल हो चुका है खत्म। डिपो में मेट्रो की सफाई से लेकर मरम्मत का होगा कार्य। आने वाले समय में दिक्कत से नहीं किया जा सकता इन्कार।

By Nirlosh KumarEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 04:10 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 04:10 PM (IST)
आगरा में कमिश्नरी के लिए जमीन की तलाश, मेट्रो के लिए जमीन अधिग्रहण से नहीं बची पार्किंग
आगरा में कमिश्नरी के लिए जमीन की तलाश फतेहाबाद रोड पर की जा रही है।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा मेट्रो के डिपो से कमिश्नरी पर संकट खड़ा हो गया है। कमिश्नर अमित गुप्ता के आदेश पर कमिश्नरी के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। यह जमीन फतेहाबाद रोड और उसके आसपास के क्षेत्रों में देखी जा रही है। मेट्रो डिपो के लिए उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने तीन हेक्टेअर जमीन का अधिग्रहण किया है। कमिश्नरी की अधिकांश पार्किंग स्थल को खत्म कर दिया है। डिपो में मेट्रो की सफाई और मरम्मत का कार्य होगा। तेज आवाज होने से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

शहर में मेट्रो की लंबाई तीस किमी होगी। सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट स्टेशन तक पहला कारिडोर 14 और आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से कालिंदी विहार तक दूसरा कारिडोर 16 किमी लंबा होगा। यूपीएमआरसी की टीम छह किमी लंबे प्राथमिकता वाले कारिडोर पर काम कर रही है। 272 करोड़ रुपये से ताज पूर्वी गेट स्टेशन, बसई और फतेहाबाद रोड स्टेशन का निर्माण हो रहा है। मेट्रो के दो डिपो होंगे। पहला डिपो पीएसी ग्राउंड में बन रहा है। दूसरा डिपो कालिंदी विहार में बनेगा। पहले डिपो का निर्माण 112 करोड़ रुपये से हो रहा है।

हर दिन पहुंचते हैं 500 से अधिक लोग

फतेहाबाद रोड स्थित कमिश्नरी में शिकायतों सहित अन्य को लेकर हर दिन 500 से अधिक लोग पहुंचते हैं। हर दिन 150 दो पहिया और 70 से अधिक दो पहिया वाहन होते हैं। इनकी पार्किंग अभी तक कमिश्नरी परिसर में हो जाती थी। मेट्रो के डिपो के निर्माण के चलते अब संकट खड़ा हो गया है।

जमीन की चल रही है तलाश

कमिश्नर अमित गुप्ता ने बताया कि आगरा मेट्रो के पहले डिपो के लिए कमिश्नरी की जमीन का अधिग्रहण हुआ है। सभागार के सामने जमीन का अधिकांश हिस्सा ले लिया गया है। कमिश्नरी के लिए जमीन की तलाश की जा रही है।

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