24 घंटे में तेंदुए ने खाया तीन किलोग्राम मीट

सहारनपुर के जंगल में छोड़ने की मिली अनुमति नर तेंदुआ है स्वस्थ रणथंभौर से भी आने की संभावना

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 10:08 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 10:08 PM (IST)
24 घंटे में तेंदुए ने खाया तीन किलोग्राम मीट
24 घंटे में तेंदुए ने खाया तीन किलोग्राम मीट

आगरा, जागरण संवाददाता । मंगलवार को एत्मादुद्दौला के सीतानगर इलाके से रेस्क्यू किए गए तेंदुए को सहारनपुर के जंगल में छोड़ने की अनुमति मिल चुकी है। मंगलवार से बुधवार तक तेंदुए को लगभग तीन किलोग्राम मीट खाने को दिया गया। तेंदुआ पूरी तरह से स्वस्थ है।

तेंदुआ को रेस्क्यू करने के बाद वाइल्ड लाइफ एसओएस ने कीठम में रखा था। जहां उसका चिकित्सीय परीक्षा हुआ। नर तेंदुए को मंगलवार को डेढ़ किलोग्राम मीट खाने को दिया गया था। बुधवार को सहारनपुर के जंगल में छोड़ने से पहले भी उसे डेढ़ किलोग्राम मीट खाने को दिया गया। एसओएस के श्रेष्ठ पचौरी ने बताया कि तेंदुए को छोड़ने की अनुमति मिल गई है। तेंदुआ कहां से आया, आधिकारिक जानकारी नहीं

आगरा के आसपास चंबल और भरतपुर के जंगलों में तेंदुए हैं। पर, यह तेंदुआ कहां से आया, इस पर अभी आधिकारिक तौर पर किसी को जानकारी नहीं है। विभागीय सूत्रों के अनुसार यह तेंदुआ रणथंभौर से भी आ सकता है, क्योंकि तेंदुआ एक दिन में कई किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। जंगली जानवर नदी में पानी पीते हैं और नदी के किनारे-किनारे चलते हुए आबादी वाले क्षेत्रों में पहुंच जाते हैं। नहीं है कोई परिवार

तेंदुए का परिवार होने की संभावना थी, जिसे बाद में नकार दिया गया। जानकारों के मुताबिक अगर तेंदुए का परिवार होता तो वो भटक कर शहर में नहीं आता। तेंदुआ अपने क्षेत्र में रहता है, क्षेत्र से बाहर आते ही उसके भटकने के आसार ज्यादा होते हैं। बंदर भी खाते हैं तेंदुए

तेंदुआ देसी श्वान, बंदर, बकरी, मुर्गी, खरगोश आदि खाते हैं। माना जा रहा है कि इस तेंदुए ने भी देसी श्वानों, मुर्गियों और बंदरों का शिकार किया होगा।

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