Racket of Girls: देशभर में On Demand उज्‍बेक और रशियन बालाओं को सप्‍लाई करती थी रोशनी

देह व्यापार रैकेट की चर्चित सरगना रोशनी पुलिस के हत्थे चढ़ी। आगरा-गाजियाबाद और दिल्ली तक फैला है रैकेट। फरवरी में गिरफ्तार हुई विदेशी कॉलगर्ल के मुकदमे में थी वांछित।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 09 Jul 2020 11:38 AM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 09:50 AM (IST)
Racket of Girls: देशभर में On Demand उज्‍बेक और रशियन बालाओं को सप्‍लाई करती थी रोशनी
Racket of Girls: देशभर में On Demand उज्‍बेक और रशियन बालाओं को सप्‍लाई करती थी रोशनी

आगरा, जागरण संवाददाता। देह व्यापार रैकेट की चर्चित सरगना रोशनी नागवानी के गिरफ्तार होने के बाद कई सफेदपोश भी सामने आएंगे। जिन्‍हें होटलों में महफिल और उसके बाद अपना कमरा रशियन बालाओं से सजाने का शौक था। रोशनी ताजगंज में इस साल फरवरी में गिरफ्तार विदेशी कॉल गर्ल मामले में वांछित थी। पुलिस द्वारा घोषित 15 हजार रुपये की इनामी रोशनी साथी राहुल के साथ कार में घूम रही थी। वह इससे पहले भी अपहरण के मामले में सिकंदरा थाने से जेल जा चुकी है। पता चला है कि वह आगरा में बैठकर देशभर में उज्‍बेकिस्‍तान और रशियन लड़कियां सप्‍लाई करने का ठेका लिया करती थी।

एसएसपी बबलू कुूमार ने बुधवार को पुलिस लाइन में अायोजित प्रेसवार्ता में बताया रोशनी नागवानी इंदौर की मूल निवासी है। उसकी शादी खुशहाल नागवानी के साथ हुई थी। पति से उसके संबंध ठीक नहीं होने पर तलाक हो गया। वर्ष 2005 में उसने इस गलीच धंधे में कदम रखा था। उस समय कमला नगर में किराए पर मकान लेकर रहती थी। शुरू में वह खुद लोगों को अपने जाल में फंसाया करती थी। कुछ समय बाद ही वह देह व्यापार के धंधे में आ गई। रैकेट संचालित करने लगी। फतेहाबाद मार्ग स्थित एक होटल से उसने काम शुरू किया। रोशनी के सभी ग्राहक इसी होटल में अय्याशी करने जाया करते थे।

रोशनी के संपर्क में धीरे-धीरे विदेशी युवतियां भी आ गई। वह उजबेकिस्तान, रशियन सहित दूसरे देशों की युवतियां भी सप्लाई करने लगी। इसके साथ ही उसके संपर्क में दिल्ली, मुंबई, गोवा सहित कई जगह के देह व्यापार का रैकेट चलाने वाले भी आ गए। तीन फरवरी 2020 को एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद के नेतृत्व में पुलिस ने फतेहाबाद मार्ग स्थित होटल ताज हैवन में छापा मारा था।मौके से तीन उज्बेकिस्तान की युवतियों सहित छह लोग पकड़े गए थे। सभी के खिलाफ देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गयी थी। दो भारतीय युवतियां और एक दलाल जेल भेजे थे।

विदेशी युवतियों के पासपोर्ट कब्जे में लिए गए। दलाल का नाम राहुल कुशवाह निवासी बाग मुजफ्फरखां हरीपर्वत था। उस समय होटल में रोशनी नागवानी भी मौजूद थी। पुलिस उसे पहचानती नहीं थी। वह पुलिस को चकमा देकर भाग गई थी। पुलिस ने रोशनी को उसी मुकदमे में वांछित किया था। पुलिस को उसकी तलाश थी। पुलिस से बचने के लिए कुछ दिन के लिए वह भूमिगत हो गई थी। उसके बाद कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन हाे गया। होटल बंद होने से देह व्यापार का धंधा भी पूरी तरह बंद हो गया। अनलॉक टू में होटल खुलने पर रोशनी फिर सक्रिय हो गई। इसकी जानकारी पुलिस को मिल गयी।

एसएसपी बबलू कुमार ने बताया राेशनी के रैकेट से जुड़े लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की गई है। पुलिस ने रोशनी के साथ बाह के अशोक नगर निवासी राहुल मिश्रा को भी गिरफ्तार किया है। राहुल वर्तमान में ताजगंज की कृष्णापुरी कालोनी में किराए पर रह रहा था। जबकि रोशनी मारुति सिटी कालोनी में रहती है।

भीमा से खुला था विदेशी रैकेट का मामला

ताजनगरी में विदेशी कॉलगर्ल रैकेट का मामला भीमा की गिरफ्तारी के बाद सामने आया था। ताजगंज पुलिस ने जनवरी 2020 में धांधूपुरा निवासी भीमा को गिरफ्तार किया था। वह विदेशी युवतियों का सप्लायर है। उसके मोबाइल से पुलिस को बाग मुजफ्फरखां निवासी अभिषेक उर्फ सुनील, निक्की व रोशनी के नाम मिले थे। रोशनी नागवानी पहले से चर्चित है। पुलिस अभिषेक के पीछे लगी हुई थी। पुलिस को खबर मिली कि उसने विदेशी युवतियों को आगरा बुलाया है। युवतियां एक-एक करके आई थीं। उन्हें होटल में रुकवाया गया था। ग्राहकों को उनके फोटो व्हाट्स एप पर भेजे गए थे। विदेशी युवतियों से सात दिन का कांट्रेक्ट हुआ था।

ठेके पर बुलाते थे विदशी युवतियां

पुलिस की पूछताछ में राहुल मिश्रा ने बताया कि वह विदेशी युवतियों को रोशनी ठेके पर बुलाती थी। दलालों के कई व्हाट्स ग्रुप हैं। जो देश भर मेंं कहीं भी युवतियां उपलब्ध करा सकते हैं। विदेशी युवतियां पूरी रात के 25 से 30 हजार रुपये तक लेती हैं। एक से दो घंटे के लिए बुकिंग पर वह दस से 15 हजार रुपये तक लेती हैं। हर बुकिंग में दलाल का कमीशन तय होता है। दलाल इस बात की जिम्मेदारी लेता है कि पुलिस परेशान नहीं करेगी।

पांच साल पहले जेल जा चुकी है रोशनी

पुलिस ने बताया कि रोशनी नागवानी वर्ष 2015 में जेल जा चुकी है। उसके खिलाफ सिकंदरा थाने में आशू नाम के युवक के अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ था। आशू का आज तक कोई सुराग नहीं मिला। वह पहले रोशनी का साथी था, जो बाद बाद में उससे अलग हाे गया था। उस समय चर्चा थी कि आशू की हत्या कर दी गई थी। मगर,कोई साक्ष्य और शव नहीं मिला इसलिए पुलिस ने अपहरण के मुकदमे को हत्या में तरमीम नहीं किया था। पांच साल पहले रोशनी के चलते पुलिस महकमे में भी खलबली मच गयी थी। अभियान देह व्यापार के रैकेट संचालकों के खिलाफ शुरू हुआ था।इसमें पुलिस पर वसूली के आरोप लगे। मामला लखनऊ तक पहुंचा था। तब एक अपर पुलिस अधीक्षक, एक सीओ और एक इंस्पेक्टर का आगरा से बाहर स्थानांतरण हुआ था।

पुलिस ने चिन्हित किए थे कई होटल

इस साल फरवरी में ताजगंज पुलिस ने दो दर्जन से अधिक होटल चिन्हित किए थे। उनके कर्मचारी, बार टेंडर, सिक्योरिटी गार्ड सहित कई लोगों का देह व्यापार रैकेट चलाने वालों से संपर्क होने का शक था। होटल से युवतियों की डिमांड सीधे रोशनी और उसके रैकेट के सदस्यों के पास आया करती थी।

रोशनी की वाट्सएप चैट से होंगे कई बेनकाब

देह व्यापार गिरोह की सरगना रोशनी और राहुल से पुलिस ने पांच मोबाइल फोन बरामद किए हैं। सिर्फ रोशनी के मोबाइल में कई हजार नंबर हैं। वह दो दर्जन से अधिक वाट्सएप ग्रुप में वह जुड़ी है। इनमें छह ग्रुप की वह खुद एडमिन है। उसके मोबाइल में 100 से अधिक युवतियों की फोटो मिली हैं। जो कि ग्राहकों को लड़कियां पसंद कराने के लिए भेजी जाती थीं। रोशनी की वाट्सएप चैट उजागर होने पर शहर के कई लोगों के बेनकाब होने की उम्मीद है। जिन्हें रोशनी ने लड़कियां उपलब्ध कराई थीं।

फोरेंसिक लैब भेजे जाएंगे मोबाइल

एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि रोशनी बेहद शातिर है। वह चेट को ज्यादा दिन तक सेव नहीं रखती थी। उन्हें डिलीट कर दिया करती थी। रोशनी और राहुल मिश्रा के मोबाइल जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजे जाएंगे। वहां डिलीट की गई चेट भी बरामद हो जाएगी। पूर्व में आगरा पुलिस यह कर चुकी है। डिलीट चैट बरामद करना मुश्किल काम नहीं है। 

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