आगरा में अधिवक्ता के पिता के हत्यारोपितों की गिरफ्तारी को धरने पर बैठे थे वकील, एसएसपी के पहुंचने पर खत्म किया अनशन
शाहगंज के भोगीपुरा बाजार में दो नवंबर को गोली मारकर की गई थी अधिवक्ता के पिता की हत्या। तीन आरोपितों को ही पुलिस ने भेजा है जेल आठ दिन से क्रमिक अनशन पर बैठे थे अधिवक्ता। एसएसपी सुधीर सिंह ने धरनास्थल पर पहुंचकर दिया कार्रवाई का आश्वासन।
आगरा, जागरण संवाददाता। शाहगंज में अधिवक्त के पिता के हत्यारोपितों की गिरफ्तारी को लेकर दीवानी के गेट संख्या दो पर आठ दिन से क्रमिक अनशन पर बैठे वकीलाें ने सोमवार को एसएसपी के आश्वासन के बाद उसे खत्म कर दिया। एसएसपी सुधीर सिंह ने अधिवक्ता महान मुदगल से बातचीत के बाद उन्हें हत्याकांड में निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाया। जिसके बाद आठ दिन से जारी अनशन खत्म कर दिया।
भोगीपुरा बाजार में दो नवंबर की शाम को संपत्ति के विवाद में अधिवक्ता महान मुदगल के पिता राम बहादुर मुदगल की हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। अधिवक्ता ने हत्यारोप में 11 लोगों को नामजद किया था। जिसमें से पुलिस ने तीन आरोपितों तारकेश्वर मुगदल उर्फ विष्णु व शिवांशु को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए महान मुदगल व अधिवक्ताओं ने 22 नवंबर से दीवानी के गेट संख्या दो पर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया।
जिसके बाद पुलिस ने 24 नवंबर को हत्याकांड में एक और आरोपित सैय्यद उर्फ शानू को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। अधिवक्ताओं की मांग थी कि पुलिस जब तक नामजद आरोपितों राहुल पचौरी, विकास पचौरी, प्रशांत पचौरी, मुकेश शर्मा, सुमित पालीवाल, अनिल पालीवाल व रेखा को भी गिरफ्तार करे। पुलिस जब तक बाकी आठ आरोपितों को गिरफ्तार नहीं करती, वह अनशन से नही ुंउठेंगे।
सेामवार को दोपहर करीब एक बजे एसएसपी सुधीर सिंह, एसपी सिटी विकास कुमार, एएसपी लखन धरनास्थल पर पहुंचे। एसएसपी सुधीर सिंह ने अधिवक्ता महान मुदगल व धरने पर बैठे अन्य पीड़ितों से वार्ता की। एसएसपी सुधीर सिंह ने बताया कि अधिवक्ताओं को मामले में न्याय संगत व निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद अधिवक्ताओं ने अनशन खत्म कर दिया।
अब दूसरा पक्ष भी धरने पर बैठा
भोगीपुरा हत्याकांड में नामजद आरोपितों के पक्ष के लोग सोमवार से दीवानी के गेट संख्या तीन पर धरने पर बैठ गए। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता मुकेश शर्मा भी हत्याकांड में नामजद हैं। सोमवार को धरने पर बैठी जिला बार एसोसिएशन की संयुक्त सचिव हेमलता यादव ने कहा कि हत्यारोप में मुकेश शर्मा और सुमित पालीवाल को मुकदमे में गलत फंसाया गया है। बार द्वारा ज्ञापन के माध्यम से मुकेश शर्मा व सुमित पालीवाल के निर्दोष होने के साक्ष्य पुलिस-प्रशासन को दे दिए हैं। दोनों का नाम मुकदमे से निकाला जाए।