लौहापीट समाज ने अजनबी की खीर-पूड़ी की दावत से की तौबा,

बदमाशों को पकड़ने को बिछाया जाल दो जून को सदर इलाके में महिलाओं और बचों समेत 26 लोगों को बेहोश करके था लूटाजहरखुरानी के शिकार लौहपीटा समाज ने आसपास के शहरों में अपने लोगों को किया सतर्क

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 08:49 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 08:49 PM (IST)
लौहापीट समाज ने अजनबी की खीर-पूड़ी की दावत से की तौबा,
लौहापीट समाज ने अजनबी की खीर-पूड़ी की दावत से की तौबा,

आगरा, जागरण संवाददाता। खीर-पूड़ी खाकर बदमाशों के हाथों अपनी जमा पूंजी गंवाने वाले लौहपीटा समाज ने घटना से सबक लिया है। समाज ने पिछले दिनों आनलाइन पंचायत करके अजनबी लोगों द्वारा भंडारे के नाम पर खीर-पूड़ी समेत अन्य चीजों को नहीं लेने का फैसला किया है। वहीं, अपने साथ वारदात करने वालों को पकड़ने के लिए पुलिस की मदद से आसपास के जिलों में जाल बिछाया है।इससे कि इस तरह की घटना को अंजाम देने वालों को पकड़कर सबक सिखाया जा सके।

दो जून की शाम को ईदगाह कटघर में सड़क किनारे झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लौहपीटा समाज के रमेश, शेखर, गटुआ समेत पांच परिवारों के 26 लोगों को बदमाशों ने शिकार बना लिया था। बाइक सवारों ने उन्हें फावड़ा, तसले और कुदाल आदि बनाने का आर्डर दिया था। शाम को इन परिवारों को नई दुकान खोलने की खुशी में भंडारा खिलाने की कहा। इसके बाद पास ही एक हलवाई से खीर-पूड़ी बनवाने के बाद इन परिवारों में बांटी थी। जिसे खाने के बाद महिलाओं और बच्चों समेत 26 लोग बेहोश हो गए थे। दोनों बाइक सवार इन परिवारों के जेवरात एवं जमा पूंजी ले गए थे।

पुलिस के छानबीन करने पर पता चला कि गिरोह ने आगरा के अलावा फरीदाबाद, नूंह, मेवात, बुलंदशहर, दिल्ली व राजस्थान में भी इसी तरह की घटनाओं को अंजाम दिया है। वह सड़क किनारे झुग्गी में रहने वाले परिवारों और मंदिर के पुजारियों को अपना निशाना बनाते हैं। पुलिस का मानना है कि बदमाश इस तरह की घटना आसपास के अन्य जिले में अंजाम दे सकते हैं। इसलिए आसपास के जिलों की पुलिस से संपर्क करके उन्हें सतर्क कर दिया है।

वहीं, खीर-पूडी खिलाकर लूटने वाले बदमाशों का शिकार हुई विमला देवी और उनके पति रमेश ने बताया कि शहर में उनके समाज के 400 से ज्यादा परिवार हैं।यह सभी किसी विशेष आयोजन जैसे शादी, सगाई और मृत्यु होने पर जुटते हैं। इस घटना के बाद समाज के लोगों ने आनलाइन पंचायत की है। इसमें मधु नगर, शहीद नगर, सैमरी, सेवला, बोदला, शाहगंज और बोदला में रहने वाले समाज के लोग शामिल हुए थे। सभी ने यह फैसला किया कि किसी भी अजनबी द्वारा खीर-पूडी समेत खाने का कोई भी सामान नहीं लेंगे। इसके अलावा दूसरे शहरों में रहने वाले समाज के लोगों को भी इस बारे में मोबाइल पर जानकारी देकर सतर्क कर दिया है। दोनों बदमाशों का हुलिया भी समाज के लोगों को बता दिया गया है। इससे कि उन्हें पकड़़ा जा सके। ये लोग हुए थे गिरोह के शिकार

विमला, रमेश, मंजू, रंजीत, विक्की, गटुआ, संदीप, अर्जुन, नानकचंद, खुशी, सुनीता, बिट़्टू, रज्जो, शेर सिंह, संजू, कंचन, पायल, शेखर, कंचन, दीप्ति, कमला, सितारा, काजल, करीना, सपना, करन आदि।

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