Online Classes: आगरा में आनलाइन कक्षाओं का विरोध शुरू, ये बनी प्रमुख वजह
Online Classes आगरा में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन (अप्सा) ने किया विरोध। फीस मिल नहीं रही आनलाइन कक्षाएं हुईं तो वेतन देने की चिंता। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने आनलाइन शिक्षण के निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के वित्तविहीन स्कूलों ने आनलाइन कक्षाएं चलाने से हाथ खड़े कर दिए हैं। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन (अप्सा) का कहना है कि आनलाइन शिक्षण के बाद भी उन्हें कोई फीस नहीं मिल रही, ऐसे में इस बार वह उसे नहीं चलाएंगे।
अप्सा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार सक्सेना का कहना है कि माध्यमिक शिक्षा विभाग ने आनलाइन शिक्षण के निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए हैं। वह स्कूलों से आनलाइन शिक्षण की जानकारी ले रहे हैं। लेकिन आनलाइन क्लास चलाने की कोई बाध्यता नहीं है, क्योंकि आनलाइन क्लास चलाने से किसी भी प्रकार की फीस प्राप्त नहीं होती। पिछले वर्ष भी आनलाइन क्लास से वित्तविहीन स्कूलों को न के बराबर फीस प्राप्त हुई। इसलिए संगठन इस बार आनलाइन क्लास का विरोध करता है। साथ ही 20 मई से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रहता है, इसलिए स्कूलों पर दबाव न बनाया जाए।
विभाग को ग्रुप पर मिला समर्थन
अप्सा प्रदेश अध्यक्ष ने अपना यह संदेश शिक्षा विभाग के वाट्सएप ग्रुप पर पोस्ट मिला, जिसमें विभागीय अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हैं। उनके इस पोस्ट को कई स्कूल संचालकों ने समर्थन भी दिया। ऐसे में आनलाइन कक्षाएं वित्तविहीन स्कूलों में कहीं दम न तोड़ दें, ऐसी आशंका है क्योंकि संगठन इस मांग पर अन्य संगठन का भी समर्थन जुटाने की कवायद में जुट गया है।
आनलाइन क्लास हुई तो देना होगा वेतन
वित्तविहीन स्कूल संचालकों के बीच आनलाइन कक्षाओं का विरोध यूं ही नहीं है। यदि स्कूल में आनलाइन कक्षाओं की शुरुआत हो गई, तो शिक्षक कक्षाओं को पढ़ाएंगे। ऐसे में विद्यार्थियों से फीस आए या नहीं, शासनादेश के अनुसार उन्हें वेतन देना होगा। ऐसे में स्कूल संचालक वर्तमान के हालात देखकर किसी भी हालत में आनलाइन कक्षाएं नहीं चलाएंगे।