CoronaVirus Guide Line: जानिए क्या है कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज और डिस्चार्ज के लिए नई गाइड लाइन

CoronaVirus Guide Line कोरोना संक्रमित मरीज को अकेले ही आइसोलेट किया जाता है। मगर अब किसी परिवार में एक से ज्यादा मरीज हैं तो वे एक कमरे में रह सकते हैं। एक शौचालय का प्रयोग भी कर सकते हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 01:13 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 01:13 PM (IST)
CoronaVirus Guide Line: जानिए क्या है कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज और डिस्चार्ज के लिए नई गाइड लाइन
कोरोना संक्रमित मरीज को अकेले ही आइसोलेट किया जाता है।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार की ओर से नइ गाइड लाइन जारी की गइ है। जिसके तहत अलग कमरा और शौचालय न होने पर होम आइसोलेशन नहीं। कोरोना संक्रमित मरीज में मामूली लक्षण हैं लेकिन घर में अलग कमरा और शौचालय नहीं है तो होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं दी जाएगी। ऐसे मरीजों को एल-1 कोविड अस्पताल में रखा जाएगा। होम आइसोलेशन में मरीज का तापमान, श्वसन दर, आक्सीजन सेचुरेशन दिन में तीन बार चेक किया जाएगा। होम आइसोलेशन वाले मरीजों केा प्रारंभिक जांच के दसवें दिन या भर्ती होने के सातवें दिन बिना जांच के डिस्चार्ज किया जाएगा। रोगी को उसके बाद घर में होम आइसोलेशन में सात दिन रहना होगा।

यह संक्रमित रह सकते एक साथ

कोरोना संक्रमित मरीज को अकेले ही आइसोलेट किया जाता है। मगर अब किसी परिवार में एक से ज्यादा मरीज हैं तो वे एक कमरे में रह सकते हैं। एक शौचालय का प्रयोग भी कर सकते हैं। होम आइसोलेशन शुरू होने से दस दिन तक इंट्रीग्रेटेड कोविड एंड कंट्रोल सेंटर के जरिए फोन कर रोगियों में लक्षण के विकसित होने के संबंध में जानकारी ली जाएगी।

सांस लेने में दिक्कत होने पर एल-टू कोविड हास्पिटल में होंगे भर्ती

कोरोना संक्रमित मरीजों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। सीने में जकडन और दर्द है। बेचैनी और घबराहट हो रही है। ऐसे मरीजों को एल-2 और एल-3 कोविड हास्पिटल में भर्ती किया जाएगा । जांच के बाद आक्सीजन की जरूरत न होने पर होम आइसोलेशन में भेज दिया जाएगा। गंम्भीर मरीज को एल थ्री कोविड हास्पिटल में किया जाएगा भर्ती कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को एलथ्री कोविड हास्पिटल में भर्ती किया जाएगा। आक्सीजन का स्तर लगातार गिरने पर वेंटीलेटर की सुविधा दी जाएगी। कैंसर, एचआईवी सहित जिन मरीजों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, उन्हें आईसीयू में भर्ती किया जाएगा। गंभीर रोगी को आक्सीजन सुविधा युक्त स्टेप डाउन वार्ड में शिफ्ट किया जा सकेगा। रूम एयर पर आक्सीजन का स्तर 95 आने पर होम आइसोलेशन के लिए डिस्चार्ज किया जा सकेगा। 

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