Pulse Oxymeter: ऑक्सीमीटर से आए बिल्कुल सटीक रीडिंग, जानने का सही तरीका है ये
पल्स ऑक्सीमीटर से रीडिंग देखने में कतई जल्दबाजी न करें। एक मिनट तक लगाए रखने के बाद ही देखें रीडिंग। फेंफड़ों सम्बन्धी एक्सरसाइज करने से बढ़ेगा ऑक्सीजन लेवल। रोजाना सुबह उठकर थोड़ी देर करें अनुलोम-विलोम। यह भी रखेगा आपको स्वस्थ।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से एक बार फिर पूरा देश प्रभावित है। इस बार कोरोना वायरस सीधे फेफड़ों पर असर डाल रहा है। इससे सांस लेने में परेशानी हो रही है और ऑक्सीजन लेवल में कमी आ रही है। ऐसे में जरूरी है कि मरीज अपना ऑक्सीजन लेवल समय-समय पर चेक करता रहे। इसके लिए ऑक्सीमीटर को सही तरीके से उपयोग करने की जरूरत है। बहुत से लोग जल्दबाजी में रीडिंग लेकर घबरा रहे हैं।
आगरा के सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ, प्रभात अग्रवाल का कहना है कि जो मरीज कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं और होम आइसोलेशन में हैं। समय पर डॉक्टर के परामर्श अनुसार दवाएं लें। समय-समय पर अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहें। इस दौरान घर में रहकर ही फेंफड़ों संबधी एक्सरसाइज करते रहें। यदि ऑक्सीजन लेवल 95 से अधिक है तो आप स्वस्थ हैं। यदि ऑक्सीजन लेवल 90 से नीचे आ रहा है तो आपको तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करना होगा।
ऐसे करें ऑक्सीमीटर का उपयोग
- ऑक्सीमीटर का उपयोग करने से पहले उंगुुली को साफ कर लें।
- उंगुुली पर नाखून पॉलिश या रंग इत्यादि न लगा हो।
- ऑक्सीमीटर को पूरे एक मिनट तक उंगुुली पर लगाकर रखें।
- इसके बाद जब रीडिंग थम जाएं तब उस रीडिंग को देखें।
- यदि ऑक्सीमीटर में रीडिंग नहीं थम रही है तो स्वस्थ व्यक्ति पर उसे उपयोग करके देखें।
- यदि स्वस्थ व्यक्ति पर भी रीडिंग नहीं थम रही तो ऑक्सीमीटर खराब हो सकता है।
फेंफडे संबधी ये एक्सरसाइज करें
- सुबह उठकर अनुलोम-विलोम करें।
- सीढिय़ों पर चढ़े-उतरें।
- गुब्बारों को फुलाएं।
- 20 सेकंड से 60 सेकंड तक श्वास को रोकें। ऐसा तीन बार करें।
कैसे पहचानेंं आपके फेफड़े हो रहे संक्रमित
- अगर सांस लेने में दिक्कत हो रही हो तो समझ लें कि वायरस फेफड़ों को संक्रमित कर रहा है।
- फेफड़े के निचले हिस्से में सूजन या तेज दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
- सूखी खांसी आना, खांसते वक्त सीने में दर्द होना भी कोरोना का लक्षण है।
लक्षण दिखने पर क्या करें
- घबराएं नहीं। डॉक्टर से सलाह लें।
- अपने फेफड़े का सीटी स्कैन कराएं।
- हर आधे घंटे पर ऑक्सीमीटर से अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करें।
- परिवार के अन्य लोगों से दूरी बनाएं। अपने आप को किसी अन्य के संपर्क में न आने दें।
- खाली पेट बिल्कुल न रहें। खाली पेट रहने से वायरस आपके शरीर को ज्यादा प्रभावित कर सकता है।