Kisan Rail: आगरा से आलू की दूसरी खेप लेकर असम रवाना हुई किसान रेल

आज शाम को पहुंचेगी असम के चांगसारी रेलवे स्टेशन पर 256 टन आलू भेजा। गुरुवार शाम लगभग छह बजे असम के चांगसारी रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी। दूसरी खेप के दौरान 12 पार्सल यान में 4920 आलू के बैग लादे गए।

By Nirlosh KumarEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 02:38 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 02:38 PM (IST)
Kisan Rail: आगरा से आलू की दूसरी खेप लेकर असम रवाना हुई किसान रेल
किसान रेल आगरा से आलू लेकर असम रवाना हुई।

आगरा, जागरण संवाददाता। ब्रज के आलू किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए उत्तर मध्य रेलवे की किसान रेल बुधवार सुबह छह बजे यमुना ब्रिज रेलवे स्टेशन से असम के लिए रवाना हुई। यह ट्रेन 256 टन आलू लेकर गुरुवार शाम लगभग छह बजे असम के चांगसारी रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी। इस ट्रेन का यह दूसरा फेरा है। इससे पहले यह छह सितंबर को चांगसारी के लिए रवाना हुई थी।

इस साल आगरा ही नहीं, इसके आसपास के क्षेत्र में आलू की काफी पैदावार हुई है। इसको देखते हुए उत्तर मध्य रेलवे ने यहां के आलू किसानों को असम की मंडी सहज उपलब्ध कराने के लिए छह सितंबर को किसान रेल की शुरुआत की थी। इसका संचालन 13, 20 और 27 सितंबर को होना था लेकिन पिछले दिनों इसे स्थगित कर दिया गया। इसके चलते पहले फेरे के बाद यह असम के लिए रवाना नहीं हो पाई। अब इसे बुधवार को चलाया जा रहा है। 22 सितंबर से यह अगले बुधवार को चांगसारी जाएगी। दूसरी खेप के दौरान 12 पार्सल यान में 4,920 आलू के बैग लादे गए। आगरा रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी एसके श्रीवास्तव के अनुसार, सामान्यतौर पर इस किसान रेल गाड़ी के संचालन का भाड़ा लगभग 10.99 लाख रुपये है। मगर, आलू व्यापारियों को प्रोत्साहित करने के लिए रेलवे ने इसमें 50 फीसद की छूट प्रदान की है। इसके चलते अब यह लगभग 5.60 लाख रुपये में ही उपलब्ध हो रही है।

आलू प्रोसेसिंग यूनिट है ख्वाब

आगरा में किसान वर्षों से आलू प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की मांग करते आ रहे हैं, जिस पर सरकार द्वारा उचित ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अगर यहां अालू प्रोसेसिंग यूनिट लग जाएगी तो किसानों को उनके आलू की वाजिब कीमत मिल जाएगी। कई बार आलू की बंपर पैदावार होने पर उन्हें बहुत कम कीमत में फसल बेचनी होती है।

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