आगरा में करते रहिए शिकायतें, शिकायतों के निस्तारण पर कम और टालमटोल पर है ज्यादा जोर
सरकार ने नागरिकों की समस्याओं की सुनवाई के लिए संपूर्ण समाधान दिवस और थाना दिवस का आयोजन शुरू कराया। आगरा में भी नागरिक हर बार उम्मीद के साथ शिकायतें लेकर पहुंचते हैं लेकिन मजाल है कि समस्या दूर हो जाए। शिकायत एक से दूसरी मेज पर दबकर रह जाती है।
आगरा, अमित दीक्षित। न्याय के लिए लोगों को परेशान न होना पड़े। एक ही छत के नीचे हर विभाग के अफसर उपलब्ध हों, कुछ इसी मंशा से प्रदेश सरकार ने संपूर्ण समाधान दिवस और थाना दिवस शुरू किया है लेकिन अफसरों की लापरवाही के चलते शिकायतों का निस्तारण ठीक से नहीं हो रहा है। सात दिनों के भीतर शिकायत के निस्तारण के चक्कर में टालमटोल कर रिपोर्ट लगा दी जाती है। इससे फरियादियों को परेशान होना पड़ता है।
नहीं शिफ्ट हुईं दुकानें: शाहगंज रोड हो या फिर यमुनापार क्षेत्र। शराब की आधा दर्जन दुकानें धार्मिक और स्कूल-कालेजों के समीप खुली हैं। क्षेत्रीय लोग कई बार विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। प्रशासनिक और आबकारी विभाग के अफसरों को ज्ञापन भी दिया जा चुका है लेकिन अभी तक दुकानों को शिफ्ट नहीं किया गया।
ईको होम कालोनी में जल निकासी का नहीं इंतजाम: रोहता बाग बमरौली कटरा रोड स्थित ईको होम कालोनी में जल निकासी का समुचित इंतजाम नहीं है। नाली को कुछ लोगों ने बंद कर दिया है। इससे गंदा पानी रोड में भर रहा है। क्षेत्रीय निवासी विक्रम सिंह ने बताया कि इसकी शिकायत संपूर्ण समाधान दिवस में की गई है। अभी तक समस्या का निस्तारण नहीं हुआ है।
नहीं बन रहा राशन कार्ड: अकोला निवासी हीरा देवी ने बताया कि राशन कार्ड नहीं बन रहा है। इसकी शिकायत दो बार आपूर्ति विभाग के अफसरों से की जा चुकी है।
सरकारी जमीन पर कब्जा: नगला बसुआ में सरकारी जमीन पर कब्जा हो गया है। शिकायतकर्ता कपिल कुमार ने बताया कि दो बार तहसील सदर के अफसरों से शिकायत की जा चुकी है। इसी तरह से शास्त्रीपुरम में एडीए की जमीन पर कब्जा हो गया है।
ठीक से नहीं हो रही सफाई: भोगीपुरा निवासी चंद्रकेश बघेल ने बताया कि क्षेत्र में ठीक से सफाई नहीं हो रही है। कूड़ा कलेक्शन के लिए कोई कर्मचारी नहीं आ रहा है।
सबसे अधिक इन विभागों में आती हैं शिकायतें
- नगर निगम : निगम कार्यालय में 1500 लोग पहुंचते हैं। सबसे अधिक सफाई व्यवस्था को लेकर 200 शिकायतें पहुंचती हैं फिर सीवर समस्या को लेकर 150 शिकायतें पहुंचती हैं। स्ट्रीट लाइट खराब होने व अन्य की 100 शिकायतें पहुंचती हैं।
- एडीए : इस कार्यालय में हर दिन 50 से 70 शिकायतें पहुंचती हैं। सबसे अधिक शिकायतें प्रवर्तन, संपत्ति अनुभाग को लेकर होती हैं।
- कलक्ट्रेट : यहां पर हर दिन 2000 लोग पहुंचते हैं। सबसे अधिक शिकायतें राजस्व विभाग को लेेकर होती हैं।
- तहसील सदर : हर दिन 1000 लोग पहुंचते हैं। सबसे अधिक शिकायतें खसरा-खतौनी, आय, जाति, निवास और हैसियत प्रमाण पत्र न बनने को लेकर होती हैं।
- जल संस्थान : इस कार्यालय में हर दिन जलापूर्ति न होने को लेकर 20 शिकायतें पहुंचती हैं जबकि कंट्रोल रूम में शिकायतों की संख्या 100 है।
सबसे अधिक तहसील सदर में शिकायतों का निस्तारण : प्रदेश सरकार के आदेश पर 17 जुलाई को जिले की छह तहसीलों में संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया गया था। सबसे अधिक शिकायतें तहसील सदर में 130 आई थीं। पांच दिनों के भीतर सबसे अधिक अधिक तहसील सदर में 26 शिकायतों का निस्तारण किया गया।
कहां कितनी शिकायतों का निस्तारण
तहसील का नाम, शिकायतों की संख्या, निस्तारित शिकायतें
- तहसील सदर, 130, 26
- एत्मादपुर, 54, 20
- खेरागढ़, 95, 19
- फतेहाबाद, 62, 13
- किरावली, 53, 12
- बाह, 41, 8
- शिकायतों के निस्तारण की हर माह समीक्षा की जाती है। इसकी क्रास चेकिंग भी होती है। निर्धारित अवधि के भीतर निस्तारण न करने पर नोटिस जारी किया जाता है।
प्रभु एन सिंह, डीएम