जाट समाज के अगुबा करें बदलाव की शुरुआत

अछनेरा में युवा जाट सम्मेलन का आयोजन सामाजिक व राजनैतिक मुद्दों पर हुई चर्चा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 06:20 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 06:20 AM (IST)
जाट समाज के अगुबा करें बदलाव की शुरुआत
जाट समाज के अगुबा करें बदलाव की शुरुआत

संसू, किरावली: अखिल भारतीय जाट महासभा की युवा शाखा के बैनर तले रविवार को कस्बा अछनेरा में युवा जाट सम्मेलन का आयोजन हुआ। सम्मेलन में सामाजिक और राजनैतिक मुद्दों पर चर्चा हुई। पत्रकार डा. सुरेंद्र सिंह ने जाटों के इतिहास पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से हमको इतिहास में उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल सका। महाराजा सूरजमल ने 14 साल तक शासन किया। बावजूद इसके हम उनकी प्रतिमा तक आगरा में स्थापित नहीं करा पाए। फव्वारा चौक पर वीर गोकुला जाट शहीद हुए उसके लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। पूर्व ब्लॉक प्रमुख देवेंद्र सिंह चाहर, बने सिंह पहलवान, हिरदेश चौधरी, पूर्व चेयरमैन जगदीश सिंह इंदौलिया, यशपाल राणा आदि ने कहा कि कुरीतियों को विरोध सभी करते हैं, लेकिन समाज के अगुआ नियमों का पालन नहीं करते। महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष दिव्या मलिक, रामवीर नरवार, सुरेंद्र चौधरी, शैलराज सिंह, डा रामेश्वर चौधरी, दुर्गा सिंह, श्याम सिंह चाहर, बृजेश चाहर, संतोष चाहर, सोमा चौधरी, चंद्रावती नरवार, हिरदेश चौधरी, कुसुम चाहर, मोहित सोलंकी, धर्मवीर चौधरी, होतम सोलंकी, महाराज सिंह, जतिन चाहर, भूप सिंह इंदौलिया, चौधरी दिलीप सिंह, चेतन चाहर, संजू फौजदार, सोनू फौजदार मौजूद रहे। आरक्षण और राजनीतिक उपेक्षा पर उभरा दर्द

सम्मेलन में वक्ता प्रताप चौधरी, हेमंत सिंह चाहर, जिलाध्यक्ष कप्तान सिंह चाहर, धर्मवीर चौधरी आदि ने समाज को केंद्रीय सेवाओं में आरक्षण और केंद्र के नवगठित मंत्री मंडल में किसी जाट को प्रतिनिधित्व नहीं मिलने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि हमको अपने हक के लिए आगे आना होगा। फिसल गई जुबान

सम्मेलन में बोलते हुए हरदयाल सिंह वाणी पर नियंत्रण नहीं रख सके। यूं तो सम्मेलन गैर राजनीतिक था। लेकिन अपने संबोधन के आखिरी में वह अपनी मूल पार्टी बसपा का संबोधन बोल गए। इससे मौजूदा लोग अपनी हंसी नहीं रोक पाए।

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