ISBT Flyover: एक बार फिर बढ़ी आइएसबीटी फ्लाईओवर की डेट, परियोजना निदेशक हटे
आगरा में आइएसबीटी पर 32 करोड़ से बन रहा है फ्लाईओवर डीएम ने प्रगति की समीक्षा। 31 दिसंबर तक पहली लेन को चालू करने की चल रही है तैयारी। फ्लाईओवर बनने के चक्कर में दिनभर यहां लगता है जाम। वाहन फंसकर यहां फूंक रहे हैं लाखों रुपये का डीजल-पेट्रोल।
आगरा, जागरण संवाददाता। नेशनल हाईवे-19 स्थित आइएसबीटी फ्लाईओवर का निर्माण लापरवाही के भंवर में फंस गया है। निर्माण कार्य में देरी पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) मथुरा खंड के परियोजना निदेशक सचिन कुमार को हटा दिया गया है। वीके जोशी को परियोजना निदेशक बनाया गया है। 32 करोड़ रुपये से बन रहे आइएसबीटी फ्लाईओवर की पहली लेन 31 दिसंबर तक चालू होगी। यह लेन खंदारी से सिकंदरा की तरफ की है। मंगलवार को डीएम प्रभु एन सिंह ने फ्लाईओवर के प्रगति की समीक्षा की।
डीएम ने एनएचएआइ अफसरों को तेजी से कार्य पूरा करने के आदेश दिए। फ्लाईओवर के दोनों तरफ की अप्रोच रोड बनकर चुकी है लेकिन मुख्य पुल के ऊपर पर चल रहा निर्माण धीमी गति से हो रहा है। डीएम ने बताया कि 31 दिसंबर तक पहली और 25 जनवरी 2022 को दूसरी लेन चालू होगी। दोनों लेन चालू होने से आइएसबीटी के सामने जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। पहले इस फ्लाईओवर का निर्माण 30 अप्रैल तक पूरा होना था पर बाद में इसको बढ़ाकर 15 जुलाई कर दिया। बाद में बारिश का बहाना बनाकर 15 सितंबर तक निर्माण कार्य पूरा होने की बात की गई। अब एक बार फ्लाईओवर के शुरू होने की तिथि बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दी गई है।
ढाई साल पूर्व शुरू हुआ था निर्माण
आइएसबीटी फ्लाईओवर का निर्माण ढाई साल पूर्व शुरू हुआ था। पांच माह तक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की अनुमति न मिलने के कारण फ्लाईओवर का निर्माण बंद रहा। एनएचएआइ मथुरा खंड की टीम ने धीमी गति से काम शुरू किया। अब भी यहां काम बहुत धीमी गति से चल रहा है। वाहन चालकों को एक छोटा सा टुकड़ा पार करने में आधा घंटे तक का समय लग रहा है।
नहीं तैनात किए गए मार्शल
आइएसबीटी के सामने नेशनल हाईवे-19 की सर्विस रोड संकरी हो गई है। हर दिन जाम लगता है लेकिन इसके बाद भी एनएचएआइ मथुरा खंड की टीम द्वारा मार्शल तैनात नहीं किए गए हैं।
संरक्षा के भी नहीं हैं इंतजाम
आइएसबीटी के सामने हाईवे के दोनों ओर संरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं। बीस-बीस मीटर की दूरी पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर का बोर्ड नहीं लगा है। बदहाल सर्विस रोड का पुर्ननिर्माण नही किया गया है, जिस कारण यहां वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।