बदमाशों की गोली से घायल सराफा ने तोड़ा दम, पुलिस अब तक खाली हाथ Agra News
मंगलवार की शाम को हुई थी वारदात। बदमाश आठ किलोग्राम चांदी और साठ ग्राम सोने समेत दिन भर की बिक्री में आई नकदी को लूट कर ले गए थे।
आगरा, जेएनएन। बदमाशों की गोली से घायल हुए सराफा मनोज कुमार ने नयति अस्पताल में शुक्रवार की रात को दम तोड़ दिया। मंगलवार की शाम को वह दुकान बंद करके अपने गांव पवेसरा के लिए जा रहे थे। तभी बदमाशों ने उसे अपना निशाना बनाया था।
गांव पवेसरा निवासी मनोज कुमार की मनोज ज्वैलर्स के नाम से सादाबाद रोड के रामपुर चौराहे पर दुकान थी। मंगलवार की शाम को दुकान बंद करके वह मोटरसाइकिल से घर के लिए लौट रहे थे। करीब पांच मीटर की दूरी पर मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने मनोज कुमार को गोलियां मार दी। एक गोली पीठ और दूसरी जांघ में लगी थी। बदमाश आठ किलोग्राम चांदी और साठ ग्राम सोने समेत दिन भर की बिक्री में आई नकदी को लूट कर ले गए थे। सराफा मनोज कुमार को नयति अस्पताल में उपचार चल रहा था। शुक्रवार की रात करीब डेढ़ बजे उनकी मौत हो गई। इधर, घटना के छठवें दिन भी पुलिस पर्दाफाश नहीं कर सकी है। पुलिस लुटेरों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। हालांकि इंस्पेक्टर राया चतर सिंह राजौरा ने दावा किया है कि बदमाशों का सुराग लग गया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी की जा रही है।
सर्राफ की पीठ और जांघ में लगी गोलियां
सादाबाद रोड के रामपुर चौराहे पर मंगलवार शाम को बाइक सवार तीन बदमाशों ने सर्राफ मनोज वर्मा पर जानलेवा फायरिंग की थी। पीठ और जांघ में गोलियां लगने से घायल सर्राफ को अस्पताल में भर्ती कराया गया। सरेशाम हुई इस वारदात से सनसनी फैल गई। मनोज वर्मा अपनी दुकान बंद कर रोजाना की तरह मंगलवार शाम को बाइक से घर के लिए चले थे। सादाबाद रोड पर उन्हें बाइक सवार तीन बदमाशों ने घेर लिया और ताबड़तोड़ फायरिंग की। पीठ और जांघ में गोलियां लगने से मनोज लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गए। इसी बीच बदमाशों ने थैला छीन लिया। फायरिंग की आवाज सुनकर ग्रामीण आ गए। खबर लगते ही आए स्वजन मनोज को लेकर अस्पताल पहुंचे। करीब तीन महीने पहले भी बदमाशों ने मनोज वर्मा की दुकान का शटर तोड़ कर चोरी की थी। इसी चौराहे पर बीते वर्ष मार्च में एक मेडिकल स्टोर संचालक गोपाल की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।