निजी अस्पतालों ने प्लेटलेट का हौव्वा, जंबो पैक को भटक रहे तीमारदार

डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट काउंट 10 हजार से नीचे पहुंचने और ब्लीडिग होने पर ही जंबो पैक की जरूरत तबीयत में सुधार होने के साथ प्लेटलेट काउंट होने लगते हैं सामान्य

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Sep 2021 10:20 PM (IST) Updated:Wed, 01 Sep 2021 10:20 PM (IST)
निजी अस्पतालों ने प्लेटलेट का हौव्वा, जंबो पैक को भटक रहे तीमारदार
निजी अस्पतालों ने प्लेटलेट का हौव्वा, जंबो पैक को भटक रहे तीमारदार

आगरा, जागरण संवाददाता । डेंगू के केस बढ़ते ही निजी अस्पतालों ने प्लेटलेट काउंट को हौव्वा बना दिया है। प्लेटलेट काउंट 50 हजार से नीचे पहुंचते ही जंबो पैक के लिए कहा जा रहा है। स्वजन प्लेटलेट का इंतजाम करने के लिए भटक रहे हैं।

निजी अस्पतालों में फीरोजाबाद, मथुरा के साथ ही स्थानीय डेंगू के संदिग्ध मरीज भर्ती हो रहे हैं। इन मरीजों के ब्लड की जांच कराई जा रही है। डेंगू और वायरल बुखार में प्लेटलेट काउंट की संख्या कम होने लगती है। प्लेटलेट काउंट बुखार आने के तीसरे से पांचवें दिन के बीच में 50 हजार (सामान्य 1. 50 लाख से 4. 50 लाख) तक पहुंच जाते हैं। इसके बाद मरीज ठीक होने लगता है और प्लेटलेट काउंट भी सामान्य हो जाते हैं। निजी अस्पतालों में हर रोज प्लेटलेट की जांच कराई जा रही है। प्लेटलेट काउंट 50 हजार से नीचे पहुंचते ही जंबो पैक का इंतजाम करने के लिए कहा जा रहा है। प्लेटलेट के जंबो पैक के लिए मरीज के ब्लड ग्रुप के रक्तदाता की तलाश में स्वजन ब्लड बैंक के चक्कर लगा रहे हैं। अपने रिश्तेदार, मित्र और रक्तदान करने वाले वाट्सएप ग्रुपों पर संपर्क कर रहे हैं। मुश्किल से रक्तदाता मिल रहे हैं। ब्लड बैंक में जंबो पैक के लिए 75000 से 85000 रुपये चार्ज लिया जा रहा है। केस वन

-11 साल का बेटा पांच दिन से पुष्पांजलि हास्पिटल में भर्ती है, ब्लड ग्रुप ए निगेटिव है। प्लेटलेट जंबो पैक लाने के लिए कहा गया, ए निगेटिव ग्रुप के रक्तदाता के लिए भटकते रहे। रात को जंबो पैक उपलब्ध हो सका, अभी तक 1.20 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। केस टू

- एसएन मेडिकल कालेज में भर्ती मरीज के लिए प्लेटलेट जंबो पैक लाने के लिए कहा गया। एसएन के एमबीबीएस बैच 2019 के छात्र सतीश ने मंगलवार रात एक बजे एसएन की ब्लड बैंक में प्लेटलेट दी।

एसएन में दो बच्चों को ही चढ़ाया गया जंबो पैक

एसएन मेडिकल कालेज में डेंगू वार्ड फुल है। 10 मरीजों में पुष्टि हो चुकी है, 40 से अधिक संदिग्ध मरीज हैं। इनमें से दो बच्चे, जिनके प्लेटलेट काउंट 10 हजार से कम थे और ब्लीडिग हो रही थी, उन्हें ही जंबो पैक चढ़ाया गया है। एसएन की ब्लड बैंक से फीरोजाबाद भेजे जा रहे प्लेटलेट

मेडिकल कालेज फीरोजाबाद में भर्ती डेंगू के मरीजों के लिए प्लेटलेट एसएन की ब्लड बैंक से भेजे जा रहे हैं। यहां हर रोज ब्लड से 50 से 60 यूनिट प्लेटलेट अलग कर फीरोजाबाद भेजे जा रहे हैं। रक्तदान कराने के लिए सैन्यकर्मी ब्लड बैंक आ रहे हैं। प्लेटलेट खून एक अवयव है। यह खून को गाढ़ा करता है और रक्तस्त्राव होने पर थक्का जमाता है। डेंगू में प्लेटलेट काउंट 10 हजार से कम और ब्लीडिग होने पर ही जंबो पैक की जरूरत होती है।

डा. मृदुल चतुर्वेदी, डेंगू वार्ड प्रभारी, एसएन मेडिकल कालेज डेंगू के मरीजों में ब्लीडिग होने पर ही प्लेटलेट की जरूरत होती है। शरीर में फ्लूइड की कमी नहीं होनी चाहिए, सामान्य दवाएं दी जाती हैं। इससे मरीज ठीक हो जाते हैं।

डा. नीरज यादव, बाल रोग विशेषज्ञ, एसएन मेडिकल कालेज फीरोजाबाद मेडिकल कालेज में 50 से 60 यूनिट प्लेटलेट भेजी जा रही हैं। पांच से छह जंबो पैक ब्लड बैंक से दिए जा रहे हैं। ओ और बी ब्लड ग्रुप के प्लेटलेट की सबसे ज्यादा मांग है।

डा. नीतू चौहान, ब्लड बैंक प्रभारी, एसएन मेडिकल कालेज पिछले सात दिनों में प्लेटलेट जंबो पैक की मांग बढ़ गई है। 20 से 25 जंबो पैक की मांग है, जंबो पैक के लिए रक्तदाता नहीं मिल रहे हैं।

अरविद आचार्य, मैनेजर, समर्पण ब्लड बैंक

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