आगरा में कई ग्राम पंचायतें ऐसीं, जहां पंचायत सदस्‍यों को चुने जाने का है इंतजार

ताजनगरी में पिछले पंचायत चुनाव में डेढ़ हजार से अधिक ग्राम पंचायत सदस्यों का चुनाव ही नहीं हुआ था। कई गांवों में अपनी सरकार बनाने के लिए लोगों ने रुचि ही नहीं ली। जिले में 695 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें 9253 ग्राम पंचायत सदस्य का चुनाव होता है।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 11:06 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 11:06 AM (IST)
आगरा में कई ग्राम पंचायतें ऐसीं, जहां पंचायत सदस्‍यों को चुने जाने का है इंतजार
आगरा में कई ग्राम पंचायतों ने सदस्‍य चुनने में रुचि नहीं दिखाई।

आगरा, जागरण संवाददाता। पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। दावेदारों ने अपने-अपने क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है। मगर, हम आपको बता दें कि आगरा में पिछले पंचायत चुनाव में गांव की सरकार बनाने के लिए डेढ़ हजार से अधिक ग्राम पंचायत पदों पर नामांकन ही नहीं हो सका था। जी हां, ये सत्य है। कई गांवों में अपनी सरकार बनाने के लिए लोगों ने रुचि ही नहीं ली। जिले में 695 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें 9,253 ग्राम पंचायत सदस्य का चुनाव होता है। मगर, वर्ष 2015 में हुए चुनाव में सिर्फ 7,674 पदों पर ही नामांकन हो सका। डेढ़ हजार से अधिक पदों पर नामांकन नहीं किया गया। 7,674 पदों में से भी 6,589 सदस्य निर्विरोध सदस्य चुने गए। 1,085 सदस्य चुनाव के बाद चुने गए। इतना ही नहीं क्षेत्र पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत प्रमुख, ग्राम पंचायत प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, और जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में सिर्फ 11 सदस्यों ने ही पिछली बार जमानत धनराशि वापस ली। बाकी की जमानत धनराशि सरकारी कोष में जमा करनी पड़ी। चुनाव जीतने या हारने के बाद अधिकांश प्रत्याशी अपनी जमानत धनराशि लेने ही नहीं आते। ऐसे में ये धनराशि सरकारी कोष में जमा हो जाती है। पंचायत चुनाव में अक्सर ऐसा ही होता है।

ये हैं पद

1274 क्षेत्र पंचायत सदस्य

15 क्षेत्र पंचायत प्रमुख

695 ग्राम पंचायत प्रधान

9,253 ग्राम पंचायत सदस्य

51 जिला पंचायत सदस्य 

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