दारोगा सर, पापा प्यार नहीं करते, कुछ करोना
जगदीशपुरा थाने का मामला समाधान दिवस में बेटी ने की फरियाद -आरोप मा का समर्थन करने पर उससे भी नफरत करने लगे पापा
आगरा, जागरण संवाददाता। दारोगा सर, पापा हमें प्यार नहीं करते। मा को बात-बात पर पीटते हैं। वह मा के पक्ष में खड़ी हुई तो उससे भी नफरत करने लगे। यह कहकर बेटी की आखों से आसू बहने लगे। उसकी फरियाद ने पुलिस को पसोपेश में डाल दिया। मगर, अगले ही पल उसने पिता को फोन करके थाने में आने के लिए कहा।
जगदीशपुरा थाने पर समाधान दिवस में बोदला क्षेत्र निवासी 22 वर्षीय युवती सुबह साढ़े दस बजे फरियाद लेकर पहुंची। उसने बताया कि उसके मां और पिता के निकाह को 25 साल हो गए हैं। पिता की बाइक मरम्मत की दुकान है। वह तीन भाई- बहन में सबसे बड़ी है। बीकॉम के बाद एक स्कूल में शिक्षक भी रही है। पापा उसकी मा को पसंद नहीं करते हैं। उनके हर काम में कमी निकालते हैं। वह कुछ बोलती हैं तो बुरी तरह पीटते हैं। वह मा के पक्ष में बोलती है तो उससे भी नफरत करने लगे।
लॉकडाउन के दौरान चार माह पहले उसे और मा को पीटने के बाद घर से निकाल दिया। उसके सारे शैक्षणिक दस्तावेज भी अपने पास रख लिए। उधर, थाने पहुंचे पिता ने पुलिस को बताया कि पत्नी-बेटी उनकी बात नहीं मानती हैं। वह उन्हें अपने साथ रखना चाहता है, मगर दोनों अपनी शर्तो पर उसके पास लौटना चाहती हैं। इंस्पेक्टर बैजनाथ सिंह ने बताया मा-बेटी और पिता की काउंसिलिंग की जा रही है।
समाधान दिवस पर शनिवार को दस शिकायतें आयीं। अधिकाश मामले परिवारिक विवाद के थे। नौ शिकायतों को निस्तारित करा दिया गया। मा-बेटी और पिता को काउंसिलिंग के लिए अगले दिन बुलाया गया है। छह माह बाद समाधान दिवस, कई थानों में नहीं पहुंचे फरियादी
छह माह बाद शनिवार को थानों पर समाधान दिवस आयोजित किया गया था। कोतवाली, एमएम गेट, नाई की मंडी, न्यू आगरा, कमला नगर, लोहामंडी, रकाबगंज, मंटोला और छत्ता थानों में कोई फरियादी नहीं पहुंचा। सदर में जमीनी विवाद के दो मामले आए, उन्हें तारीख दी गई। सिकंदरा, ताजगंज में एक-एक शिकायत आई। इन्हें निस्तारित करा दिया गया। वहीं कोरोना वायरस संक्रमण के चलते एत्माद्दौला और हरीपर्वत थाने में समाधान दिवस आयोजित नहीं हुआ।