आंबेडकर विवि आगरा में परीक्षा केंद्रों पर जमकर नकल, सचल दलों की गाड़ियों में फेंके नोटों की गड्डियां और लिफाफे

एटा मथुरा और आगरा के परीक्षा केंद्रों पर हो रही थी नकल। नकल रोकने के लिए इस बार विवि में किए गए थे कड़े इंतजाम। कॉलेज संचालकों ने निकाल लिया उनका भी तोड़। कुछ जगहों पर बोलकर कराई जा रही है नकल। परीक्षा केंद्रों पर अव्‍यवस्‍थाएं भी हावीं।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 05:27 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 05:27 PM (IST)
आंबेडकर विवि आगरा में परीक्षा केंद्रों पर जमकर नकल, सचल दलों की गाड़ियों में फेंके नोटों की गड्डियां और लिफाफे
आंबेडकर विवि की परीक्षाओं में जमकर नकल हो रही है।

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाओं में कई परीक्षा केंद्रों पर जमकर नकल चल रही है। सचल दलों ने नकल होते पकड़ी। उनकी गाड़ियों में नोटों की गड्डियां भी फेंकी गईं। मथुरा में तो सचल दल को पुलिस-प्रशासन की मदद लेनी पड़ी। बुधवार को पहली पाली में 361 केंद्र, दूसरी पाली में 337 केंद्र और तीसरी पाली में 357 केंद्रों पर कुल 1,11,752 छात्रों ने परीक्षा दी। कुल 15 सचल दल बनाए गए हैं।

हल किया हुआ प्रश्नपत्र मिला

प्रथम पाली में एटा के जलेसर रोड स्थित ममता डिग्री कालेज में बीएससी द्वितीय वर्ष की वनस्पति विज्ञान-2 की परीक्षा में सचल दल को निरीक्षण में हल किया हुआ प्रश्नपत्र मिला। सचल दल प्रभारी डा. युवराज सिंह, डा. राजेश कुशवाहा, डा.कौशल राना और डा. जयवीर सिंह ने इस प्रश्नपत्र की वीडियो बनाई। परीक्षा प्रभारी से सवाल पूछे गए, पर वो संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाया। सचल दल की गाड़ी में दो बार रुपयों की लिफाफे फेंके गए। सचल दल ने लिफाफा और रिपोर्ट परीक्षा नियंत्रक को सौंप दी। सचल दल की रिपोर्ट पर कालेज के विरूद्ध नियमानुसार विधिक कार्रवाई की जाएगी। शुक्रवार से कालेज में होने वाली सभी परीक्षाओं के दौरान एक सचल दल तीनों पालियों में उपस्थित रहेगा और अपनी देखरेख में परीक्षाएं कराएगा।

यह रहे सचल दलों में शामिल

हाथरस में दो टीमें भेजी गईं, जिनका नेतृत्व डा. आलोक कुमार व डा. राजवीर सिंह ने किया। फिरोजाबाद व शिकोहाबाद गई टीमों का नेतृत्व प्रो. मो. अरशद व डा. केके पचौरी ने किया। अलीगढ़ की टीमों का नेतृत्व डा. मोहम्मद हुसैन एवं डा. सत्यदेव पचौरी ने किया। एटा व कासगंज गई टीमों का नेतृत्व डा. राजेश कुशवाह व डा. विवेक सिंह ने किया। मथुरा गई टीमों को प्रो. यूएन शुक्ला व डा. मनोज पांडे ने संभाला। मैनपुरी की टीम का नेतृत्व डा. आशुतोष भंडारी, डा. मनोज कुमार व डा. दीपक सिंह ने किया। आगरा की टीम का नेतृत्व डा. रीता निगम ने किया।

अंधेरे कमरे में चिपक कर बैठे थे छात्र

मथुरा के बल्देव स्थित बोहरे नारायण सिंह आर्य महाविद्यालय में नकल की सूचना परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव को मिली। उन्होंने सचल दल प्रभारी प्रो. मनोज श्रीवास्तव से सचल दल भेजने को कहा। डा. आलोक कुमार के नेतृत्व में वहां पहुंचे सचल दल ने पाया कि अंधेरे कमरों में बिना पर्याप्त फर्नीचर के परीक्षा हो रही थी। महाविद्यालय के पास पर्याप्त संसाधन नहीं थे। वहां 560 विद्यार्थियों का परीक्षा केंद्र बनाया गया है। चारों ओर अव्यवस्थाएं और अराजकता थी। छात्र एक-दूसरे की कापी में से नकल कर रहे थे। सचल दल की रिपोर्ट पर प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने मथुरा के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और थाना बलदेव के थाना प्रभारी को परिस्थितियों से अवगत कराया। जिला प्रशासन के सहयोग से सचल दल ने पूरे समय वहां उपस्थित रहकर परीक्षाएं संपन्न कराईं। इस कालेज को कैसे परीक्षा केंद्र बनाया गया, इसकी जांच होगी।

बोलकर कराई जा रही थी परीक्षा

फतेहाबाद रोड स्थित बमरौली कटारा के कृष्णा कालेज में बोलकर नकल कराई जा रही थी। यहां प्रथम पाली में 145 छात्र परीक्षा दे रहे थे। प्रश्न पत्रों की बुकलेट की सीरीज की कोडिंग एक समान करके बोल-बोलकर निशान लगवाए जा रहे थे। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि सभी ओएमआर, प्रश्न पत्रों की बुकलेट और उपस्थिति पत्रक ज़ब्त कर लिए गए हैं।

तुरंत परीक्षा केंद्र बदलने से छात्रों को असुविधा होगा, इसलिए ऐसे सभी परीक्षा केंद्रों पर सचल दल की ड्यूटी लगाई गई है, जहां नकल हुई है। जल्द ही परीक्षा केंद्र बदलने की कार्रवाई होगी।

- प्रो. आलोक राय, कुलपति

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