Land Audit: आगरा में ताजनगरी की दोनों चरण की जमीनों का होगा आडिट
एडीए की हैं योजनाएं 200 से 300 हेक्टेअर में किया गया विकसित। रिक्त जमीन का जल्द होगा आवंटन एक माह में होगा आडिट। दोनों एडीए की योजनाएं हैं जो दो से ढाई दशक पूर्व विकसित की गई थीं।
आगरा, जागरण संवाददाता। शास्त्रीपुरम आवासीय योजना के बाद आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) ताजनगरी की दोनों चरण की जमीनों का आडिट कराने जा रहा है। इसमें एक माह का समय लगेगा। यह दोनों एडीए की योजनाएं हैं जो दो से ढाई दशक पूर्व विकसित की गई थीं। इन योजनाओं का क्षेत्रफल 200 से 300 हेक्टेअर है। दोनों चरण की योजनाओं के बाद एडीए ताजनगरी फेज-तृतीय की जमीन का भी आडिट कराएगा।
एडीए की आधा दर्जन से अधिक योजनाएं हैं। इसमें शास्त्रीपुरम, शहीद नगर, ताजनगरी फेज-प्रथम और द्वितीय, जवाहरपुरम, कालिंदी विहार, अशोक नगर प्रमुख रूप से शामिल हैं। डेढ़ माह पूर्व एडीए उपाध्यक्ष डाॅ. राजेंद्र पैंसिया के आदेश पर शास्त्रीपुरम आवासीय योजना की जमीनों का आडिट कराया गया था। इसमें 100 से अधिक भवन ऐसे मिले जिन पर लोग अवैध तरीके से कब्जा कर रह रहे थे। कई भूखंड को गलत तरीके से बेच दिया गया था। इसी आधार पर दिल्ली गेट निवासी सुशील कुमार गोयल और सचिन कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। एडीए टीम ने अब तक 60 भवनों को कब्जा मुक्त करा लिया है। एडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि ताजनगरी फेज-प्रथम और द्वितीय की जमीनों का आडिट होगा। आडिट में जो भी जमीनें निकलेंगी, उनका आवंटन किया जाएगा।
होगी कार्रवाई
एडीए उपाध्यक्ष डाॅ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि भूखंड के आवंटन के दस साल के भीतर भवन का निर्माण जरूरी है। निर्माण न होने पर आवंटन को रद किया जा सकता है। ऐसे भूखंडों की अलग से सूची तैयार होगी।
रिक्त भूखंड की बनेगी सूची
ताजनगरी फेज-प्रथम और द्वितीय में रिक्त भूखंड की सूची तैयार होगी।