पुलिस देख बालू से लदी ट्रैक्टर-ट्रालियां छोड़ भागे माफिया
पिढ़ौरा के चंडीगढ़शाला में चल रहा था अवैध खनन रविवार तड़के पुलिस ने मारा छापा
जागरण टीम, आगरा। खनन माफिया यमुना नदी का सीना छलने करने से बाज नहीं आ रहे। रविवार तड़के पांच बजे पिढ़ौरा के चंडीगढ़शाला के पास यमुना नदी में बालू का खनन चल रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस को देख वहां भगदड़ मच गई। माफिया के गुर्गे बालू से लदी दो ट्रैक्टर-ट्राली को गहरे दलदल में छोड़कर भाग निकले। पुलिस ने उन्हें निकालने की कोशिश की लेकिन वे हिल भी नहीं सकीं। बाद में जेसीबी बुलाई गई। इसकी मदद से पांच घंटे बाद दोनों ट्रैक्टर-ट्रालियों को निकाला जा सका। उन्हें थाने ले जाया गया है। थानाध्यक्ष पिढ़ौरा ने बताया कि दोनों वाहनों को सीज कर दिया है। उनके स्वामी के बारे में पता लगाया जा रहा है। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। नगला नत्था से दो भैंस ले गए पशुचोर, ग्रामीणों पर फायरिग
जागरण टीम, आगरा। पशु चोरी की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा। शनिवार रात बरहन के नगला नत्था से पशु चोर दो भैंस ले गए। तीसरी को ले जाने के प्रयास पर ग्रामीणों में शोर मच गया। यह देख वे फायरिग करते हुए भाग निकले।
नगला नत्था निवासी पतौल सिंह और राकेश उर्फ हैप्पी की तीन भैंस बाड़े में बंधी हुई थीं। रात के समय मैक्स पिकअप से पहुंचे पशुचोरों ने तीनों भैंस खोल लीं। दो को गाड़ी में लाद लिया। तीसरी को लादते समय जगार हो गई। यह देख ग्रामीणों ने शोर मचा दिया। इससे तीसरी भैंस को वे नहीं ले जा सके। ग्रामीणों के पीछा करने पर पशुचोरों ने फायरिग भी की। इसके बाद कनराऊ बार्डर से होते हुए भाग निकले। ग्रामीणों के मुताबिक कनराऊ बार्ड पर पुलिस चेकपोस्ट है। वहां पुलिस तैनात रहती है। यदि पुलिस तत्परता दिखाती, तो उन्हें यहां पकड़ा जा सकता था। एसओ वीर बहादुर सिंह का कहना है कि किसानों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।