शराब माफिया के हर्ष ढाबा पर चला बुल्डोजर

एनएचएआइ की जमीन पर कब्जा कर बना लिया था ढाबा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 06:00 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 06:00 AM (IST)
शराब माफिया के हर्ष ढाबा पर चला बुल्डोजर
शराब माफिया के हर्ष ढाबा पर चला बुल्डोजर

जागरण टीम, आगरा। शराब माफिया सहदेव शर्मा के हर्ष ढाबे पर सोमवार को प्रशासन का बुल्डोजर चला। करीब एक घंटे तक चले ध्वस्तीकरण अभियान के दौरान ढाबा जमींदोज कर दिया गया। यह कार्रवाई अछनेरा पुलिस और नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) की संयुक्त टीम ने की। शराब माफिया ने कब्जा कर एनएचएआइ की भूमि पर ढाबा बनवाया था।

राष्ट्रीय राजमार्ग-11 पर महुअर क्षेत्र में बने हर्ष ढाबे पर 23 जुलाई को सीओ अछनेरा महेश कुमार के निर्देशन में पुलिस और आबकारी टीम ने छापामारी कर शराब का जखीरा बरामद किया था। बरामद शराब की कीमत करीब 50 लाख रुपये बताई गई थी। ढाबे के पिछले हिस्से में बने भूमिगत आठ कमरों में केमिकल से शराब तैयार कर आसपास के गांवों के ठेकों पर सप्लाई की जाती थी। पास ही स्थित ढाबे की दूसरी यूनिट पर भी शराब की पेटियां बरामद हुई थीं। सोमवार शाम सीओ पुलिस बल और एनएचएआइ की टीम के साथ पहुंचे और ढाबे पर बुल्डोजर चलाया गया। ध्वस्तीकरण के नाम पर खानापूर्ति का आरोप

शराब माफिया के ढाबे को बुल्डोजर से तो ध्वस्त कर दिया गया लेकिन इसके पिछले हिस्से में बने भूमिगत आठ कमरों को छोड़ दिया गया। ढाबे की दूसरी यूनिट जहां शराब का भंडारण मिला था। वहां भी पुलिस नहीं पहुंचीं। क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि पुलिस ने ध्वस्तीकरण के नाम पर खानापूर्ति की। काली कमाई के बलबूते चल रहे ढाबे, भूमिगत कमरों व दूसरी यूनिट को भी ध्वस्त करना था लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया। 2014 में किया था एनएचएआइ की जमीन पर कब्जा

क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक वर्ष 2013 में शराब माफिया सहदेव शर्मा ने हाईवे किनारे की जमीन खरीदी थी। इसके बाद 2014-15 में एनएचएआइ की जमीन पर कब्जा कर निर्माण करा लिया। क्षेत्रीय लोगों ने इसकी शिकायत तत्कालीन एसडीएम रेखा एस चौहान से की। उन्होंने ढाबे के ध्वस्तीकरण के आदेश कर दिए। इसके बावजूद मिलीभगत के कारण हर्ष ढाबा को ढहाया नहीं गया। मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी नहीं

शराब माफिया सहदेव शर्मा और उसका साथी अनुज शर्मा अभी तक पुलिस गिरफ्त से दूर है। उसकी तलाश में पुलिस ने कई जगह दबिश भी दी लेकिन वह हाथ नहीं आया। एसएसपी के निर्देश पर एनएचएआइ की टीम के सहयोग से हर्ष ढाबे को ध्वस्त किया गया है। एनएचएआइ की जमीन को कब्जा मुक्त करा लिया गया है।

महेश कुमार, सीओ अछनेरा

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