Illegal Mining: पुलिस की शह पर चल रहा अवैध खनन का खेल
राजस्थान से खेरागढ़ कागारौल और मलपुरा क्षेत्र में होकर किरावली पहुंचते हैं ट्रैक्टर। हर ट्रैक्टर से महीनेदारी सेट प्रतिदिन 20-25 ट्रैक्टर-ट्रॉली बालू पहुंचाते हैं सप्लायरों पर।
आगरा, जागरण संवाददाता। किरावली में खनन माफिया का दुस्साहस यूं ही नहीं दिखा। खाकी की शह पर ये बेखौफ हो रहे हैं। हर दिन पुलिस की शह पर 20-25 ट्रैक्टर-ट्रॉली राजस्थान से कई थाना क्षेत्रों में होकर किरावली और फतेहपुर सीकरी तक पहुंचते हैं। मगर, पुलिस जानकर भी इनकी ओर से आंखें बंद किए है। अब घटना के बाद माफिया की तलाश में दबिश दी जा रही है।
राजस्थान के धौलपुर के आसपास के कुछ गांवों से अवैध खनन का काम शुरू होता है।यहां बारिश से पहले ही चंबल से बालू निकालकर माफिया ढेर कर लेते हैं।इसके बाद इन्हें ट्रैक्टर-ट्रॉली से लेकर ऑन डिमांड सप्लाई दी जाती है। सूत्रों का कहना है कि यह पूरा खेल सिस्टम से चलता है। खेरागढ़ के दूधाधारी गांव और अछनेरा के किरावली में बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान करने वाले इनके एजेंट का काम करते हैं। ये कॉल करके डिमांड बताते हैं। इसके बाद माफिया ट्रैक्टर- ट्रॉली से उतना ही माल पहुंचा देते हैं। धौलपुर से वे ग्वालियर रोड पर आकर खेरागढ़ क्षेत्र के गांवों से होकर कागारौल क्षेत्र में पहुंचते हैं। यहां से मलपुरा क्षेत्र के गांवों में होकर वे किरावली पहुंच जाते हैं। सूत्रों का कहना है कि माफिया हर थाने को एक ट्रैक्टर के हिसाब से प्रतिमाह सुविधा शुल्क पहुंचाता है। इसलिए थाना पुलिस का उन्हें डर नहीं रहता है। ट्रैक्टराें के आगे लग्जरी गाड़ी और बाइक से माफिया के गुर्गे हथियार लेकर चलते हैं। अगर कोई रोकने की कोशिश करता है तो वे फायरिंग भी कर देते हैं। किरावली क्षेत्र में मंगलवार को खनन माफिया के गुर्गों ने ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की। इसके बाद बेखौफ अंदाज में भाग गए।