Marriage Website: वेबसाइट पर शादी के रिश्ते की बात, जरा संभलना बड़े धोखे हैं वर्चुअल दुनिया की राह में

Marriage Website शादी की वेबसाइट पर आनलाइन रिश्ता देख रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्यान। वेबसाइट पर फर्जी प्रोफाइल डालकर रिश्ता करने के नाम पर कर रहे धोखाधड़ी। आगरा में दो साल के दौरान कई एेसे मामले में सामने आ चुके हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 08:22 AM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 08:22 AM (IST)
Marriage Website: वेबसाइट पर शादी के रिश्ते की बात, जरा संभलना बड़े धोखे हैं वर्चुअल दुनिया की राह में
वेबसाइट पर फर्जी प्रोफाइल डालकर रिश्ता करने के नाम पर कर रहे धोखाधड़ी।

आगरा, अली अब्बास। विवाह कराने वाली वेबसाइट पर यदि आप अपनी बेटी या बेटे का रिश्ता तय करने जा रहे ह्रैं तो सतर्क रहें ।कहीं ऐसा न हो कि आप प्रोफाइल देखकर बेटी का रिश्ता तय कर दें । बाद में पता चले कि रिश्ता करने वाला साइबर शातिर या फर्जी अधिकारी है । विवाह कराने वाली वेबसाइट पर अब साइबर शातिर और ठग भी सक्रिय हैं ।जो विवाह कराने वाली वेबसाइट पर अपना पंजीकरण कराने वाली विभिन्न इंटरनेट माध्यमों पर युवतियों के प्रोफाइल देखने के बाद उन्हें अपने जाल में फंसाने को साजिश रचते हैं। आगरा में दो साल के दौरान कई एेसे मामले में सामने आ चुके हैं। इनमें रिश्ता करने वाले ने खुद को आइएएस या अन्य विभाग में अधिकारी बताकर ठगी का प्रयास किया। यह शातिर युवतियों के प्रोफाइल देखने के बाद उन्हें अपना शिकार बनाने का प्रयास करते हैं।

केस एक: न्यू आगरा क्षेत्र निवासी एक बैंक कर्मी युवती से छह महीने पहले विवाह कराने वाली वेबसाइट के माध्यम से युवक ने संपर्क किया। खुद को दिल्ली का रहने वाला और भारतीय प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी करना बताया। इसके बाद दोनों का रिश्ता तय हो गया। उन्होंने कोरोना काल के बाद बाकी रस्म करने की कहा। इस दौरान युवती से बातचीत करके उसका भरोसा जीत लिया। युवती और उसके सगे संबंधी से अपने खाते में दो लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। अनलाक होने के बाद कई महीने तक जब युवक सगाई की की रस्म करने नहीं आया। इससे युवती को शक हुआ। उसने साइबर रेंज थाने में शिकायत की। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि शातिर झारखंड का रहने वाला है। मामला साइबर थाने की पुलिस में पहुंचने पर युवक ने बैंक कर्मी युवती की रकम खाते में वापस जमा करा दी।

केस दो: न्यू आगरा की लायर्स कालोनी में रहने वाले एक सेवानिवृत्त अधिकारी ने दो साल पहले अपनी डाक्ट्रेट बेटी के लिए मैट्रीमोनियल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराया था। युवती की प्रोफाइल देखकर दिल्ली के मंजीत राज नाम के युवक ने परिवार से संपर्क किया ।खुद को 2015 बैच का आइएएस अधिकारी बताया। अपनी तैनाती पुड्डुचेरी के उप राज्यपाल के ओएसडी के पद पर बताई । सेवानिवृत्त अधिकारी ने युवक के बारे में छानबीन की । उसकी फेसबुक और वेबसाइट पर प्रोफाइल चेक की । इसमें कई नेताओं और अधिकारियों के साथ उसकी फोटो थी ।मगर, डाक्ट्रेट युवती ने मंजीत से उसकी ट्रेनिंग और नौकरी से संबंधित सवाल पूछे । यह सवाल ऐसे थे जो एक आइएएस ही बता सकता था । मंजीत टालमटोल करने लगा ।इसके अलावा उसने शादी में चार करोड़ रुपये खर्च करने की कहा तो युवती को शक हो गया । वह सगाई करने यहां आया तो अपनी तैनाती आदि सवालों का जवाब होने युवती को नहीं दे सका ।युवती और उसके स्वजन ने मंजीत से उसकी तैनाती आदि के बारे में पूछा तो वह फंस गया। उसे पुलिस के सुपुर्द करके उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया ।

वर्चुअल रिश्तों की दुनिया में इन बातों को रखें ध्यान

रेंज साइबर सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर शैलेश कुमार सिंह कहते हैं कि कुछ सतर्कता बरतकर हम इन साइबर शातिरों के जाल में फंसने से बच सकते हैं। इंटरनेट मीडिया का प्रयाेग करते समय सावधान रहें। क्योंकि शातिर आपके बारे में सारी जानकारी वहीं से जुटाते हैं। वेबसाइट के माध्यम से रिश्ता तय करते समय युवक का  प्रोफाइल की कई स्तर पर जांच करनी चाहिए। उसके परिवार के बारे में ाजानकारी हासिल करने का प्रयास करें।वहीं इंटरनेट मीडिया का प्रयाेग करते समय पर इन बातों का विशेष ध्यान रखें

- सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर पब्लिक डोमेन में अपना व्यक्तिगत फाेटो या कांटैक्ट इंफार्मेशन पोस्ट न करें ।

- प्राइवेसी सेटिंग/सिक्योरिटी सेटिंग का इस्तेमाल करें ।

- सामान्यत: आपको फ्रैंड्स या फ्रैंड्स आफ फ्रैंड्स तक ही सीमित रहना चाहिए । अपरिचितों को नहीं जोड़ें ।

- इंटरनेट मीडिया पर फ्लर्ट न करें । अपने आपको गुमनाम, गलत नाम, गलत सेक्स, गलत फोटो आदि से प्रस्तुत न करें ।यह अपराध है ।

- यदि कोई आपको गंदी भाषा, तस्वीरों या धमकियों से इंटरनेट पर तंग करता है ।इसकी शिकायत पुलिस साइबर सेल में करें ।

- साइबर क्राइम का एक चेहरा साइबर स्टाकिंग भी है ।इसमें कोई व्यक्ति या समूह द्वारा आपका इंटरनेट के जरिए पीछा किया जाता है । इसका अर्थ है कि कोई व्यक्ति अनचाहे ढंग से आपसे डिजीटली संपर्क कर रहा है ।यदि आपने उसे पहले स्टेप पर नहीं रोका इससे गलत संदेश जाएगा ।ऐसा व्यक्ति आपके प्रति अपराध के लिए उन्मुख हो सकता है । इसलिए इसकी शिकायत पुलिस साइबर सेल में करें ।

- इंटरनेट मीडिया पर कभी भी अपना लोकेशन, ट्रैवल प्लान आदि साझा न करें ।

- आजकल बहुत से प्रलोभन और लालच देने वाले स्पैम लिंक प्रदर्शित होते हैं । जो आपके खाते की महत्वपूर्ण सूचनाएं चोरी करने का प्रयास करते हैं ।ऐसे स्पैम निम्न प्रकार के हो सकते हैं

- अपना मोबाइल फ्री रिचार्ज कराएं

- देखें किसने आपकी प्रोफाइल देखी है

- आपको एक वीडियाे में टैग किया गया है, वीडियो देखें

- आपका एकाउंट बहुत धीमा चल रहा है। अपना यूजर आइडी और पासवर्ड साझा करके उसको तेज करें आदि

इस तरह के प्रलोभन देने वाले स्पैम लिंक सदैव आपके लिए खतरा बन सकते हैं ।

फेसबुक सिक्योरिटी के लिए टिप्स

- केवल उन्हीं को फ्रैंड्स बनाएं जिन्हें आप जानते/जानती हैं ।

- एक सुरक्षित पासवर्ड बनाएं और केवल फेसबुक के लिए इस्तेमाल करें ।

- अपना पासवर्ड किसी से साझा न करें । भले ही वह आपका अभिन्न और घनिष्ठ मित्र ही क्यों न हो ।

- अपना पासवर्ड एक नियमित अंतराल के बाद बदलते रहें ।यदि फेसबुक में लागइन करने के बाद कोई लिंक दोबारा लागइन करने को भेजा जाता है तो ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक न करें ।

- लागआउट करें और www.facebook.com टाइप करके पुन: लागइन करें ।

- अपने आपको को द्विस्तरीय फेसबुक लागइन सिक्योरिटी में पंजीकृत करें । जब कभी भी अाप किसी अन्य के कंप्यूटर या डिवाइस पर इस्तेमाल करते हैं तो वन टाइम पासवर्ड आप्शन का इस्तेमाल करें और सेशन के बाद लागआउट करें ।  

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