High Security Number Plate: आरटीओ में कराना है काम, तो हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के लिए कर दें आवेदन
High Security Number Plate लंबित वाहनों की सूची न हो लंबी रसीद देख हो रहा कार्य। वाहनों से होने वाले अपराधों को रोकने के लिए परिवहन विभाग ने नए वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का निर्णय लिया था।
आगरा, अंबुज उपाध्याय। वाहनों की सुरक्षा, अपराधों पर लगाम के लिए हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की अनिवार्यता अक्टूबर 2020 में कर दी गई थी। निर्धारित एजेंसियों द्वारा इतनी जल्दी प्लेट बनाने में असमर्थता जताने पर तिथियों को बढ़ाया गया था। वाहनों के अंतिम अंक के अनुसार अंतिम तिथि जुलाई 2022 तक निर्धारित की गई है, लेकिन इसके बाद भी नंबर प्लेट लगवाने में उदासीनता है। वहीं जो आवेदक आनलाइन और आफलाइन डीलर के यहां पहुंच रहे हैं, उनको लंबी तिथियां दी जा रही हैं। इसका कारण बताया जा रहा है, कि निर्धारित एजेंसी 15 से 30 दिन में प्लेट उपलब्ध करा पा रही है। वहीं परिवहन विभाग कार्यालय पहुंचने वाले वाहनों का कार्य आवेदन की रसीद देख कर दिया जा रहा है, जिससे वाहनों की लंबित सूची लंबी न हो।
वाहनों से होने वाले अपराधों को रोकने के लिए परिवहन विभाग ने नए वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का निर्णय लिया था। इसके बाद अप्रैल 2019 से नए वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगने का काम शुरू हो गया। वहीं पुराने वाहनों में ये धीमी गति से चल रहा है।
आगरा में 11 लाख पुराने वाहन पंजीकृत हैं। जिस कंपनी का वाहन है उसी कंपनी का अधिकृत डीलर वाहन पर नंबर प्लेट लगाएगा। इसके लिए वाहन डीलर तैयार भी हो गए। नए वाहनों पर पंजीकरण के समय ही डीलर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगा रहे हैं, वहीं पुराने के लिए आवेदन किया जा रहा है। इसमें देरी से प्लेट बनने और आवेदन भी कम होने के कारण प्रक्रिया लंबित चल रही है। अभी तक एक लाख पुराने वाहनों पर हाई सिक्याेरिटी नंबर प्लेट नहीं लग सकी है। आरटीओ प्रशासन प्रमोद कुमार ने बताया कि विभिन्न कार्य के लिए कार्यालय आने वाले वाहनों को हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के आवेदन की रसीद देख कार्य करा दिया जाता है। ऐसे वाहन स्वामी जिन्होंने आवेदन भी नहीं किया है, उनको बैरंग किया जाता है।
ये है फायदे
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के कई फायदे हैं। अंधेरे में नंबर प्लेट चमकती है। वाहन यदि दुर्घटना ग्र्रस्त हो जाता है तो नंबर को सीसीटीवी कैमरे से आसानी से देखा जा सकता है। अपराधी वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकते हैं। वाहन के जलने पर प्लेट को छूकर उभरे नंबर की मदद से वाहन के नंबर की जानकारी हो जाती है।
वाहनों को बनाती है सुरक्षित
नंबर प्लेट पर वाहन के नंबर के साथ ही प्लेट का नंबर दर्ज होता है। साथ ही एक होलोग्राम लगा होता है, जिसमें इंजन, चेसिस नंबर दर्ज होता है। इसको रीड कर वाहन की डिटेल पता लगाई जा सकती है। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट में साधारण बोल्ट की जगह पर स्नैप-आन लाक लगा होता है। इसको पेचकस, प्लास से खोला नहीं जा सकता। अगर कोशिश की जाती है, तो प्लेट टूट जाती है।