उन्नत प्रजाति उगाएं, तब आलू को मिलेगा बाजार

हाफेड के क्रेता-विक्रेता सम्मेलन में किसानों ने दिए सुझाव सांसद चाहर ने कहा मैं किसानों के साथ हर संभव करुंगा प्रयास

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 06:00 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 06:00 AM (IST)
उन्नत प्रजाति उगाएं, तब आलू को मिलेगा बाजार
उन्नत प्रजाति उगाएं, तब आलू को मिलेगा बाजार

आगरा, जागरण संवाददाता । आलू को बर्बादी से बचाने के लिए क्रेता-विक्रेता साथ बैठे तो खुलकर चर्चा हुई। बेहतर बाजार कैसे मिले इसको भी तलाशा गया। क्रेताओं ने बताया कि प्रसंस्करण योग्य और उन्नत प्रजाति नहीं होने के कारण नामी कंपनियां यहां के आलू में रुझान नहीं दिखाती हैं। उत्पादन अधिक और मांग कम होने के कारण किसानों को बेहतर बाजार नहीं मिल पाता है। इसलिए किसान प्रसंस्करण योग्य प्रजाति उगाएं, जिससे फसल पर ही आलू की खरीद तय हो जाए।

उप्र राज्य औद्यानिक सहकारी विपणन संघ (हाफेड) द्वारा फतेहाबाद रोड स्थित एक होटल में गुरुवार को क्रेता-विक्रेता सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष एवं सांसद राजकुमार चाहर ने दीप जलाकर किया। सांसद ने कहा कि आलू की गुणवत्ता सुधार, नई प्रजातियां विकसित कराने को सींगना में अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र की शोध शाखा खुलवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। किसानों को दूसरे राज्यों में ले जाकर प्रशिक्षिण दिलाया गया है। हमें ये जानना होगा कि गुजरात का आलू कैसे एक्सपोर्ट होता है। टपक सिचाई से कैसे फसल को उन्नत बनाया जा रहा है। इसे सीखना होगा और इच्छुक किसानों की सूची कोई एक किसान बनाए। मैं सरकार के माध्यम से प्रयास कर उन्हें प्रशिक्षण दिलाने दूसरे राज्यों में लेकर जाऊंगा। मंडी निदेशक अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि किसानों को हर संभव मदद दी जाएगी। आलू किसानों को नुकसान से बचाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। किसान हमारी ऊर्जा का केंद्र

फर्रुखाबाद के क्रेता सुधीर शुक्ला ने कहा कि किसान हमारे ऊर्जा केंद्र हैं, उनके साथ समय-समय पर आवश्यकता साझा होनी चाहिए। किसानों को फसल को उन्नत बनाने का प्रशिक्षण दिया जाए तो बाजार मिलने में मुश्किल नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि अगर प्रसंस्करण योग्य प्रजाति होती है, तो वे खरीदने को तैयार हैं। मंच से ही वे किसानों से आगामी भाव भी तय करने लगे। नहीं आए क्रेता, किसान भी चुनिदा

हाफेड द्वारा आयोजित सम्मेलन में स्थानीय अधिकारियों की मदद से मंडलभर के किसान और नामी कंपनियों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। आयोजन में सिर्फ दो ही क्रेता पहुंचे, जबकि किसानों की संख्या भी बहुत कम ही रही। कुछ ऐसे लोग जरूर कार्यक्रम में दिखाई दिए जो क्रेता और विक्रेता दोनों में से कोई नहीं थे। ये रहे मौजूद

हाफेड के मैनेजिग डायरेक्टर अंजनी कुमार श्रीवास्तव, उप निदेशक उद्यान कौशल कुमार, मंडी सचिव शिवकुमार राघव, जिला उद्यान अधिकारी फिरोजाबाद संजीव कुमार, अशोक चौबे, किसान मोहन सिंह चाहर, युवराज परिहार, लाखन सिंह त्यागी आदि।

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